अयोध्या में सरयू का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, 18 गांव जलमग्न

अयोध्या: नेपाल से पानी छोड़े जाने और पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश का असर अब अयोध्या में स्पष्ट दिखाई दे रहा है. सरयू नदी खतरे के निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है और जलस्तर प्रति घंटे 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है. लगातार बैराजों से पानी छोड़े जाने के कारण नदी उफान पर है, जिससे सदर तहसील के पिपरी संग्रामपुर के दो पुरवे पूरी तरह बाढ़ की चपेट में हैं. यहां आवागमन के लिए नाव का सहारा लिया जा रहा है. दशरथ समाधि स्थल के आसपास के सभी गांव जलमग्न हो चुके हैं.

मूढा डिहा गांव के लोगों का कहना है कि अब तक किसी भी प्रकार की राहत सामग्री उनके गांव में नहीं पहुंची है और न ही कोई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर आया है. लोगों के घरों में पिछले पांच दिनों से पानी भरा हुआ है, जिससे खाने-पीने की समस्या और मवेशियों की परेशानी बढ़ गई है. जिला प्रशासन ने बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी किया है. अयोध्या जनपद की तीन तहसील रुदौली, सोहावल और सदर के कुल 18 गांव प्रभावित हैं. सभी बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया गया है और उच्च अधिकारी लगातार संभावित बाढ़ क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं.

 

राजस्व निरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि बुध विहार में 39 घर और सलेमपुर में 25 घर बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ पीड़ितों को सरकार द्वारा चयनित राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है. अलग-अलग मीनू के अनुसार भोजन और नाश्ते की व्यवस्था की गई है, जिसे ई-रिक्शा और पिकअप के माध्यम से पहुंचाया जा रहा है.

दशरथ समाधि स्थल पर जिला प्रशासन ने बाढ़ राहत शिविर स्थापित किया है, जहां मेडिकल सुविधा, भोजन-पानी, और बैठने-लेटने की व्यवस्था की गई है, ताकि बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित ठिकाना और आवश्यक सहायता मिल सके.

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