राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने NDA से गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का अब NDA से कोई नाता नहीं रहेगा. पारस ने नीतीश सरकार पर हमला बोला और सरकार को दलित विरोधी बताया. ये घोषणा पटना में रालोजपा द्वारा आयोजित बापू सभागार कार्यक्रम के दौरान की गई.
पटना में पशुपति पारस का गठबंधन को लेकर बड़ा ऐलान
पशुपति पारस ने आज (सोमवार) को बड़ा ऐलान करते हुए घोषणा की कि अब से उनका एनडीए के साथ कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा, ‘आज से हम एनडीए के साथ नहीं हैं, एनडीए से हमारा कोई संबंध नहीं है’. पशुपति पारस ने यह भी मांग की कि स्वर्गीय रामविलास पासवान को भारत रत्न दिया जाए. साथ ही यह जानकारी दी कि उनकी पार्टी 243 सीटों पर सदस्यता अभियान शुरू करने जा रही है.
केंद्र और राज्य सरकार पर हमला
पशुपति पारस ने एनडीए की भारत सरकार और बिहार सरकार दोनों पर हमला करते हुए कहा कि ये सरकारें भ्रष्ट और दलित विरोधी हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने सदन में अंबेडकर साहब का अपमान किया है.
सभी सीटों पर तैयारी का ऐलान
पशुपति पारस ने कहा, ‘मैं आज यही घोषणा करने के लिए आया था कि अब से एनडीए से हमारा कोई संबंध नहीं है. हम सभी 243 सीटों पर अपनी पार्टी की तैयारी करेंगे और पार्टी कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर संगठन को मजबूत करेंगे’.
गठबंधन पर खुला रुख
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चुनाव के समय जो उन्हें सम्मान देगा, वे उसके साथ जाएंगे. यह निर्णय वे अकेले नहीं लेंगे, बल्कि पार्टी के सभी नेता मिल बैठकर तय करेंगे कि किसके साथ गठबंधन करना है. फिलहाल, पार्टी सभी सीटों पर स्वतंत्र रूप से तैयारी करेगी.