शिवपुरी। शिवपुरी एसडीएम कोर्ट में पदस्थ बाबू द्वारा जमानत के लिए कथित रूप से रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है। इसको लेकर शुक्रवार को कोर्ट परिसर में विवाद हो गया, जिसमें एक युवक घायल हो गया। आरोप है कि बाबू ने एक युवक से जमानत के एवज में 500 रुपये की मांग की थी।
वकीलों और बाबू के बीच झड़प
गुरुवार को फिजिकल पुलिस ने जुबेर (22) को शांति भंग के आरोप में एसडीएम कोर्ट में पेश किया था। एसडीएम उमेश कौरव ने बाबू हृदेश शर्मा को जमानत देने का निर्देश दिया, लेकिन बाबू ने जुबेर के भाई अब्दुल्ला से 500 रुपये की रिश्वत मांगी।
जब अब्दुल्ला ने पैसे न होने की बात कही, तो जुबेर को जेल भेज दिया गया। शुक्रवार को अब्दुल्ला ने यह बात एडवोकेट विजय तिवारी को बताई, जिसके बाद वकीलों ने बार काउंसिल से इसकी शिकायत की। इसी दौरान वकीलों और बाबू के बीच झड़प हो गई, जिससे एक व्यक्ति घायल हो गया।
राजस्व कार्यालयों में रिश्वतखोरी का आरोप
एडवोकेट तिवारी ने आरोप लगाया कि जिले के राजस्व कार्यालयों में बाबू बेलगाम हो गए हैं और जमानत दिलाने के नाम पर 1,000 से 5,000 रुपये तक वसूली की जा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बाबू ने खुद कहा कि “उन्हें साहब के खर्चे उठाने पड़ते हैं, इसलिए रिश्वत लेना जरूरी है।”
एसडीएम ने दिए जांच के आदेश
इस विवाद के बाद एसडीएम उमेश कौरव ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। एडवोकेट तिवारी ने इस मामले की शिकायत कलेक्टर और कमिश्नर से करने की बात कही है।