विजयादशमी के अवसर पर दुर्ग पुलिस लाइन परिसर में पारंपरिक शस्त्र पूजा का आयोजन किया गया। 2 अक्टूबर को हुए इस कार्यक्रम में दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे। पूजन पूरे विधि-विधान से संपन्न हुआ।
पूजन के बाद पुलिस-अधिकारियों और जवानों ने हवाई फायरिंग की। यह परंपरा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि इस दिन शस्त्रों की टेस्टिंग भी की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को शस्त्र पूजन करने से युद्ध में अजेय होने का वरदान मिलता है।
भाईचारे के साथ पर्व मनाने की अपील
शस्त्र पूजा कार्यक्रम में एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर, अभिषेक झा , ऋचा मिश्रा , डीएसपी हेमप्रकाश नायक चंद्र प्रकाश तिवारी, रक्षित निरीक्षक नीलकंठ वर्मा और विभिन्न थाना प्रभारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। अधिकारियों ने जिलेवासियों को दशहरा पर्व की शुभकामनाएं दीं और शांति, सौहार्द व भाईचारे के साथ पर्व मनाने की अपील की।
विजयादशमी सत्य और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक
एसएसपी ने कहा कि विजयादशमी का पर्व असत्य पर सत्य और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग हर वर्ष परंपरा के अनुसार शस्त्र पूजा करता है, जो उनके लिए गर्व का विषय है। उन्होंने जिलेवासियों को दशहरा की बधाई देते हुए आश्वासन दिया कि दुर्ग पुलिस हमेशा नागरिकों की सुरक्षा और सहयोग के लिए तत्पर रहेगी।
एसएसपी ने सभी से दशहरा को आपसी भाईचारे और सौहार्द के साथ मनाने का आग्रह किया। इस शस्त्र पूजन में उपस्थित सभी अधिकारियों और जवानों ने जिले में सुख-शांति और सुरक्षा की कामना की।