महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबू आसिम आजमी (Abu Asim Azmi) के द्वारा औरंगजेब पर दिए गए बयान के बाद देश में सियासत गर्म होती जा रही है. उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है. केशव प्रसाद ने कहा, “सपा के अंदर औरंगजेब की आत्मा घुस गई है, अखिलेश यादव को माफी मांगकर अबू आजमी पर कार्रवाई करनी चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि देश शिव जी का अपमान किसी कीमत पर बर्दास्त नहीं करेगा. महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के लोग इसका जवाब देंगे. देश विरोधी जितनी भी ताकतें हैं वो इन्हीं के संरक्षण में पुष्पित पल्लवित होती हैं, इनपर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए. मुगल आक्रांताओं ने देश की संस्कृति को छिन्न-भिन्न करने का काम किया लेकिन भारतीय संस्कृति ने दुनिया को रास्ता दिखाने का काम किया है. अबू आज़मी के औरंगज़ेब को महिमामंडित करने वाले बयान पर हंगामे के बाद महाराष्ट्र विधानसभा दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई.
अबू आजमी ने क्या कहा था?
एसपी नेता अबू आसिम आजमी ने कहा था कि औरंगजेब क्रूर और असहिष्णु शासक नहीं थे बल्कि उन्होंने कई मंदिरें भी बनवाई थी. औरंगजेब के बारे में गलत इतिहास दिखाया जा रहा है. औरंगजेब ने अगर मंदिर तोड़े तो की मस्जिदें भी तोड़ी थी, इसमें हिंदू-मुस्लिम करने की कोई जरूरत नहीं है.
विधानसभा के बाहर प्रोटेस्ट
महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर एनडीए नेताओं द्वारा अबू आजमी के खिलाफ प्रदर्शन किया. शिवसेना और सत्तारूढ़ बीजेपी गठबंधन के विधायकों ने विधानसभा की सीढ़ियों पर प्रदर्शन किया. विधायकों ने छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किए जाने का दावा करते हुए अबू आसिम के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने और विधान भवन में उनके प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की.
अबू आसिम आजमी पर FIR
औरंगजेब पर की गई टिप्पणी के संबंध में विधायक अबू आज़मी के खिलाफ नौपाड़ा थाने में जीरो FIR दर्ज की गई और उसे मरीन ड्राइव थाने में ट्रांसफर कर दिया गया. इसके बाद, मरीन ड्राइव थाने में आज धारा 299, 302, 356(1), 356(2) बीएनएस के तहत सीआर नंबर 59/25 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. मामले में आगे जांच की जा रही है.
ठाणे में प्रोटेस्ट
अबू आज़मी के बयान का असर ठाणे में भी देखा जा रहा है. मराठा क्रांति मोर्चा और सम्पूर्ण मराठा समाज द्वारा अबू आज़मी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया. ठाणे जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर लोगों ने प्रोटेस्ट किया. इस दौरान, अबू आज़मी का पुतला जलाने की भी कोशिश की गई.