महिलाओं में कई तरह की समस्याएं संबंधी समस्याएं होती हैं. आज के समय में पीरियड्स से जुड़ी परेशानियां भी काफी बढ़ रही हैं. महिलाओं में हर महीने पीरियड्स आते हैं, लेकिन अगर कोई महिला गर्भवती नहीं हैं और फिर भी समय से पीरियड्स नहीं आ रहे हैं तो यह कई बीमारियों का लक्षण हो सकता है. अगर यह परेशानी हो रही है तो इसको हल्के में नहीं लेना चाहिए. इस मामले में डॉक्टर से सलाह लेकर जल्द से जल्द इलाज शुरू कराना चाहिए.
दिल्ली में गायनेलॉजिस्ट डॉ सलोनी बताती हैं कि पीरियड्स का समय पर न आना पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) का एक बड़ा लक्षण होता है. पीसीओएस एक हार्मोनल डिसऑर्डर है जो महिलाओं में होता है. आज के समय में खराब खानपान और बिगडे़ हुए लाइफस्टाइल के कारण ये बीमारी काफी कॉमन हो गई है, लेकिन इसको हल्के में नहीं लेना चाहिए. इसके लक्षणों में समय पर पीरियड्स न आना, वजन बढ़ना, और त्वचा पर मुहांसे होना शामिल हैं.
थायराइड की बीमारी
कुछ महिलाओं में थायराइड के कारण भी पीरियड्स समय न आने की समस्या हो सकती है. जब किसी महिला मेंथायराइड ग्लैंड ठीक से काम नहीं करता है तो ये बीमारी होती है. इसमें पीरियड्स न आना, वजन बढ़ना, और थकान जैसे लक्षण दिखते हैं. जेनेटिक कारण, ऑटोइम्यून विकार के कारण थाइराइड की बीमारी होती है. महिलाओं में मानसिक तनाव भी समय पर पीरियड्स न आने का एक कारण हो सकता है. इसके अलाला यूट्रस से संबंधित कोई बीमारी भी इसकी वजह बन सकती है.
समय पर पीरियड्स आते रहें इसके लिए क्या करें?
समय पर पीरियड्स आते रहने के लिए कई तरीके हैं. सबसे पहले जरूरी है कि खानपान का ध्यान रखें. अपनी डाइट में फल, सब्जियां, और साबुत अनाज शामिल करें. ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि मछली और अखरोट पीरियड्स को नियमित करने में मदद करते हैं.नियमित व्यायाम करने से आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है. रोज योग भी करें इससे मानसिक तनाव नहीं होता है.
किसी भी प्रकार का लक्षण दिखने पर नियमित जांच कराएं. इसको कराने से आपको अपने शरीर की स्थिति का पता चलता है. इससे समय रहते बीमारी का ट्रीटमेंट हो सकता है.