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ट्रेनों के कैंसिल होने की आखिर वजह क्या है? रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में दिया ये जवाब

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में बताया कि पहले एक साल में सिर्फ 6 किलोमीटर रेलवे का काम पूरा होता था, लेकिन अब हम सालाना 100 किलोमीटर का काम पूरा कर रहे हैं. हालांकि, इस बड़े काम के कारण ट्रेन रद्द हो सकती हैं, लेकिन रेलवे कम से कम रुकवाट के साथ प्रगति को बढ़ाने के तरीके खोजने के लिए लगा हुआ है.

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दरअसल, छत्तीसगढ़ के रायपुर से बीजेपी सांसद ब्रजमोहन अग्रवाल ने 200 से ज्यादा ट्रेन रद्द होने के कारण यात्रियों को होने वाली असुविधा की ओर इशारा किया था. साथ ही उन्होंने बिलासपुर रेलवे जोन द्वारा योगदान किए गए राजस्व के प्रतिशत के बारे में भी पूछा.

जवाब में वैष्णव ने पिछली असमानताओं को स्वीकार किया लेकिन बताया कि छत्तीसगढ़ को 58 एक्सप्रेस ट्रेनें और 128 यात्री ट्रेनें कवर करती हैं. उन्होंने दावा किया कि पिछले दस वर्षों में राज्य में रेलवे के बुनियादी ढांचे में काफी विकास हुआ है.

लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान BJP सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने सवाल पूछा था कि पिछले तीन साल में छत्तीसगढ़ में संचालित ट्रेनों की संख्या कितनी है और इनके परिचालनों से राजस्व कितना आता है? इन प्रश्नों का उत्तर देते हुए रेल मंत्री वैष्णव ने की गई प्रगति और आवंटित धन का विस्तृत विवरण दिया.

वैष्णव ने स्वीकार किया कि पहले इस क्षेत्र में रेलवे परियोजनाओं के लिए लगातार कम धन उपलब्ध कराया जाता रहा है. हालांकि, उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में स्थिति में काफी सुधार हुआ है. रेल मंत्री ने बताया कि तीन साल पहले राज्य में 56 मेल एक्सप्रेस ट्रेनें और 121 यात्री ट्रेनें चल रही थीं. आज, हमने इसे बढ़ाकर 58 एक्सप्रेस ट्रेनें और 128 यात्री ट्रेनें कर दिया है.

रेल मंत्री ने विकास के पैमाने पर जोर देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में मौजूदा समय में 8 नई रेलवे लाइनों सहित कई हजार करोड़ रुपये की परियोजनाएं हैं. इस विस्तार का उद्देश्य राज्य की रेलवे क्षमता में पर्याप्त वृद्धि करना है. उन्होंने कहा कि दस साल पहले छत्तीसगढ़ के रेलवे में निवेश करीब 311 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 6000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है.

100 किलोमीटर का काम हर दिन

वैष्णव ने काम की बढ़ती गति पर भी प्रकाश डाला और कहा, “पहले एक साल में सिर्फ 6 किलोमीटर रेलवे का काम पूरा होता था, लेकिन अब हम सालाना 100 किलोमीटर का काम पूरा कर रहे हैं. हालांकि, इस व्यापक काम के कारण ट्रेन रद्द हो सकती हैं, लेकिन मैं कम से कम व्यवधान के साथ प्रगति को अधिकतम करने के तरीके खोजने के लिए प्रतिबद्ध हूं.”

फंड बांटने में न्याय नहीं मिलता था

रेल मंत्री ने बताया, UPA सरकार के समय यानी दस साल पहले फंड आवंटन में न्याय नहीं था, लेकिन अब पर्याप्त फंड आवंटित किए जा रहे हैं. हम कनेक्शन समय को चार दिन से घटाकर तीन दिन करने के लिए काम कर रहे हैं, जिससे क्षमता में उल्लेखनीय सुधार होगा.

केसी वेणुगोपाल ने की आलोचना

इस बहस में शामिल होते हुए कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने मौजूदा समय की तुलना यूपीए के दौर से करके सदन को गुमराह करने के लिए मंत्री की आलोचना की. साथ उन्होंने वंदे भारत ट्रेन जैसी नई पहलों के यात्री सुविधा पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में चिंता जताई. इस पर रेलमंत्री वैष्णव ने स्पष्ट किया कि गुमराह करने का कोई इरादा नहीं है. चल रहे काम के कारण ट्रेनों का रद्दीकरण किया गया है.

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