ऑस्ट्रेलिया की टीम पिछले 10 साल से भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी है. 2014 के बाद से भारतीय टीम लगातार 4 बार उसे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मात दे चुकी है. इस दौरान ऑस्ट्रेलिया को 2 बार भारत और 2 बार अपने घर पर हार का सामना करना पड़ा. इस हार से पूरी टीम बौखलाई हुई है. वहीं ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम के कप्तान पैट कमिंस भारत को हराने के लिए अब एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं. 22 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया में शुरू होने वाली इस टेस्ट सीरीज से पहले वह जमकर पसीना बहा रहे हैं. इस बीच उन्होंने खुलासा किया है कि वह किस तरह की तैयारी कर रहे हैं और क्यों 116 दिनों के लिए क्रिकेट के मैदान को त्याग दिया है.
क्यों 116 दिनों के लिए छोड़ी क्रिकेट?
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने पिछला टेस्ट मैच मार्च 2024 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था. वहीं अपना पिछला इंटरनेशनल मुकाबला जून 2024 में टी20 वर्ल्ड कप के दौरान भारत के खिलाफ खेला था. कमिंस आखिरी बार 28 जुलाई को अमेरिका की मेजर लीग क्रिकेट में दिखे थे. इसके बाद से वह क्रिकेट के मैदान से गायब हैं. उन्होंने हाल ही में हुए स्कॉटलैंड और इंग्लैंड सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया था और सीधे 22 नवंबर को भारतीय टीम के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में क्रिकेट के मैदान पर उतरने का फैसला किया था. इस बीच उन्हें खेले हुए करीब 116 दिन गुजर जाएंगे. खुद कमिंस ने इसके पीछे का कारण बताया है.
कमिंस ने कहा कि पूरे साल खेलने के दौरान गेंदबाजी करनी होती है. इसलिए आराम करने का बहुत कम मौका मिल पाता है. इससे गेंदबाज के शरीर में नीगल्स बनने शुरू हो जाते हैं और खुद को पूरी तरह फिट रख पाना मुश्किल हो जाता है. इसके अलावा इंजरी का खतरा भी बढ़ने लगता है, जबकि फिटनेस पर काम करने के लिए काफी वक्त की जरूरत होती है. खेल से 2 महीने दूर रहने के बाद एक्सरसाइज करने का मौका मिल जाता है, जो खेलने के दौरान नहीं पाता. इन एक्सरसाइज की बदौलत अगले 12 महीने तक खेलने के लिए तैयारी हो जाती है. यही कारण है कि उन्होंने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी शुरू होने तक आराम करने का फैसला किया है.
कमिंस ने क्या तैयारी की?
पैट कमिंस ने 116 दिनों का ब्रेक सिर्फ भविष्य में खेलने के लिए नहीं लिया था. उनके ब्रेक का मुख्य मकसद भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज की तैयारी थी. दरअसल, उनका मानना है कि लगातार खेलते रहने से पेस कम हो जाती है. इसके अलावा सटीक लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी भी नहीं हो पाती. इससे गलतियां भी बहुत ज्यादा होती हैं और वह इस बार कोई गलती नहीं करना चाहते हैं. इसके अलावा कमिंस बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले फिर से 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचना चाहते हैं, ताकि भारतीय बल्लेबाजों को परेशान कर सकें. इसलिए वह ब्रेक के दौरान जीम में खूब पसीना बहा रहे हैं.