भोपाल: देश में कोरोना की तरह एचएमपीवी (HMPV) वायरस के 8 केस मिलने के बाद राज्य सरकार अलर्ट है. चीन में HMPV यानि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) तेजी से फैल रहा है. HMPV वायरस अब एक देश से दूसरे देश तक फैलना शुरू हो गया है. हालांकि ये वायरस कितना खतरनाक है, इस पर अभी रिसर्च जारी है. लेकिन लोग डरने लगे हैं. कोरोना काल को याद करके लोग सहमे हुए हैं. बताया जाता है कि कोरोना की भांति ये वायरस भी छोटे बच्चों और बुजुर्गों को अपनी चपेट में जल्दी लेता है.
सर्दी-जुकाम है तो बच्चे को स्कूल न भेजें पैरेंट्स
छोटे बच्चों पर HMPV का असर जल्दी होने की आशंका को देखते हुए मध्यप्रदेश के स्कूलों में सतर्कता बरती जाने लगी है. स्कूलों ने बच्चों को एहतियात बरतने की सलाह दी है. साथ ही कई स्कूलों ने पैरेंट्स से कहा है कि बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल भेजें. चूंकि इस वायरस के लक्षण भी कोरोना से मिलते-जुलते हैं. इसलिए कहा गया है कि अगर किसी बच्चे को सर्दी-जुकाम है तो स्कूल नहीं आएं. घर पर ही आराम करें. क्योंकि सर्दी-जुकाम से पीड़ित रोगी से ये वायरस बहुत जल्दी फैलता है. हालांकि अभी तक राज्य सरकार या शिक्षा विभाग ने इस बारे में स्कूलों को कोई गाइडलाइन नहीं दी लेकिन स्कूल प्रबंधन अपने स्तर पर सावधानी बरत रहा है.
स्कूलों के गेट पर स्टाफ तैनात किया
स्कूलों में हालत ये हैं कि बच्चों को स्कूल के गेट पर एंट्री करने से पहले स्कूल का स्टाफ चेक कर रहा है कि कहीं किसी बच्चे को सर्दी-जुकाम तो नहीं है. अगर जरा से लक्षण किसी बच्चे में इस प्रकार पाए जाते हैं तो उस बच्चे को अलग बैठाकर उनके पैरेंट्स को बुलाकर समझाइश दी जा रही है. कई स्कूल प्रबंधन का कहना है कि इस बारे में अभी कहीं से कोई गाइडलाइन नहीं आई है. लेकिन अपने स्तर पर सावधानियां तो बरती ही जा सकती हैं. स्कूल के शिक्षकों से भी कहा गया है कि अगर सर्दी-जुकाम से पीड़ित हैं तो घर पर आराम करें.
मध्यप्रदेश में अभी कोई केस नहीं लेकिन अलर्ट मोड पर
मध्यप्रदेश स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त तरुण राठी ने बताया कि, ”HMPV वायरस को लेकर कर्नाटक, गुजरात और राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश सरकार भी अलर्ट मोड पर है. स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने अधिकारियों को HMPV वायरस की स्थिति पर गहन निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं. साथ ही मेडिकल कालेजों में पे-प्रोटेक्शन से संबंधित प्रस्ताव को तैयार कर कैबिनेट अनुमोदन के लिए शीघ्र प्रस्तुत करने को कहा है. स्वास्थ मंत्री ने कहा है कि, ”एचएमपीवी वायरस की मौजूदा स्थिति पर विशेष ध्यान रखना होगा.”
कोविड की तुलना में कितना घातक है HMPV
भोपाल में हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुनीत टंडन ने कहा कि, ”यह वायरस कोविड-19 की तरह जानलेवा या घातक नहीं है. हां, ये जरूर है कि कुछ व्यक्तियों में फेफड़ों के संक्रमण का कारण बन सकता है.” आईसीएमआर ने कहा, ”इस बात पर जोर दिया जाता है कि HMPV पहले से ही भारत सहित विश्व स्तर पर प्रचलन में है और एचएमपीवी से जुड़ी श्वासन संबंधी बीमारियों के मामले विभिन्न देशों में रिपोर्ट किए गए हैं.”
एचएमपीवी वायरस के लक्षण क्या हैं
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक ऐसा वायरस है, जिसके लक्षण काफी हद तक सामान्य सर्दी-जुकाम के समान होते हैं. सामान्य मामलों में, यह खांसी या गले में घरघराहट, नाक बहने या गले में खराश का कारण बनता है. छोटे बच्चों और बुजुर्गों में, एचएमपीवी का संक्रमण गंभीर हो सकता है. कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में यह वायरस गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है. ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक आम श्वसन वायरस है जो आमतौर पर हल्के सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण पैदा करता है. अध्ययनों से पता चलता है कि यह 1970 के दशक से इंसानों में सर्कूलेट हो रहा है, हालांकि, वैज्ञानिकों ने पहली बार 2001 में इसकी पहचान की थी.
HMPV वायरस से बचने को क्या करें और क्या न करें
खांसते-छींकते समय मुंह पर रूमाल या कोई कपड़ा अवश्य रखें. खांसने और छींकने के बाद प्रयोग किए गए रूमाल या किसी भी कपड़े को साबुन से धोएं. .
अगर किसी को सर्दी-ज़ुकाम है तो हर हालत में मास्क पहनें. घर पर अलग कमरे में रहें. बाहर न जाएं क्योंकि इंफेक्शन फैल सकता है. .
पानी पर्यााप्त मात्रा में पीयें और पौष्टिक खाद्य पदार्थ जरूर लें
पहले से ही सांस की कोई बीमारी है तो अपना खास ख्याल रखें.
बिना डॉक्टर के परामर्श से दवाएं किसी हालत में न लें