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’55 लोगों को व्हाट्सएप कॉल, प्लानिंग कर जुटाई भीड़, फिर…’, बरेली हिंसा की डिटेल

यूपी की बरेली पुलिस ने सोमवार को मौलाना और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख तौकीर रजा खान के एक करीबी सहयोगी को बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान के समर्थन में हुए एक विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में हिरासत में लिया.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने नदीम की हिरासत की पुष्टि करते हुए न्यूज एजेंसी को बताया कि यह घटना अचानक नहीं, बल्कि पूर्वनियोजित थी. वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, जांच से पता चला है कि नदीम ने कथित तौर पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई थी. उसने व्हाट्सएप के ज़रिए 55 लोगों को कॉल किया, जिन्होंने फिर लगभग 1,600 लोगों की भीड़ जुटाई.

एक अधिकारी ने कहा, “उन्होंने सीएए और एनआरसी विरोधी प्रदर्शनों की तर्ज पर नाबालिगों को प्रदर्शन में आगे रखकर आंदोलन शुरू करने की साजिश रची.”

उन्होंने कहा कि नदीम और उसके साथी कथित तौर पर लोगों को भड़काने के लिए खलील स्कूल चौराहे और श्यामगंज इलाके सहित प्रमुख स्थानों पर सक्रिय थे. पुलिस ने यह भी दावा किया कि नदीम ने शुरुआत में शुक्रवार की नमाज के बाद तौकीर रजा खान द्वारा बुलाए गए प्रदर्शन के बारे में अधिकारियों को गुमराह किया था.

बीती गुरुवार की रात, वह कथित तौर पर अपने साथियों नफीस और लियाकत के साथ पुलिस स्टेशन गया और अधिकारियों को आश्वासन दिया कि शुक्रवार को कोई प्रदर्शन नहीं होगा और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के समर्थकों को सुबह 5 बजे मस्जिदों में शांतिपूर्वक नमाज़ अदा करने का निर्देश दिया जाएगा. हालांकि, अधिकारी ने बताया कि उस रात उसने पुलिस को जो पत्र सौंपा था, वह बाद में जाली पाया गया.

नमाज के बाद भड़की थी हिंसा

शुक्रवार की नमाज के बाद कोतवाली इलाके में एक मस्जिद के बाहर ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर लिए एक बड़ी भीड़ की पुलिस से झड़प हो गई. भीड़ कथित तौर पर मौलाना तौकीर रजा खान द्वारा बुलाए गए एक प्रस्तावित प्रदर्शन को रद्द करने से नाराज़ थी, जिन्होंने दावा किया था कि अधिकारियों ने इसकी अनुमति नहीं दी थी.

खान को सात सह-आरोपियों के साथ शनिवार को हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था. अब तक कुल 39 लोगों को हिरासत में लिया गया है.

बरेली पुलिस के मुताबिक, हिंसा भड़काने, दंगा करने, पथराव करने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने से संबंधित धाराओं के तहत 180 नामजद और 2,500 अज्ञात दंगाइयों के खिलाफ 10 एफआईआर दर्ज की गई हैं.

उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की किसी भी कोशिश के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है, वहीं बरेली और आसपास के जिलों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी गई है. स्थानीय लोगों के अनुसार, सोमवार सुबह को मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बाधित रहीं.मौलानाओं की अपील

‘आई लव मोहम्मद’ विवाद और बरेली में हुई हिंसा पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने रिएक्ट किया. उन्होंने कहा कि बरेली में स्थिति शांतिपूर्ण है और कोई अशांति नहीं है. फिर भी, मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं.

बकौल शहाबुद्दीन- पैगंबर के प्रति प्रेम व्यक्त करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले तरीके अनुचित हैं. इन कार्यों के कारण ‘मोहम्मद’ के नाम वाले पोस्टर फाड़े गए, गिराए गए और अपवित्र किए गए. मैं अन्य धर्मों के त्योहारों के दौरान प्रदर्शन, जुलूस या आंदोलन आयोजित न करने की भी सलाह देता हूं. पैगंबर के लिए प्रेम दिलों में होना चाहिए, सड़कों पर नहीं.”

वहीं, ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद और बरेली में हुई हिंसा पर, एआईएमपीएलबी के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने भी बयान दिया. उन्होंने कहा, “किसी के प्रति अपने प्रेम का इजहार करना हर व्यक्ति का अधिकार है. हमारे हिंदू भाई ‘जय श्री राम’ और ‘जय भवानी’ का नारा लगाते हैं.”

 

 

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