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स्टाइलिश कपड़े-जूतों का शौक और महंगे रेस्टोरेंट में खाने की ख्वाहिश… जब 10वीं के छात्र ने खुद से बड़े MPPSC कैंडिडेट्स को लगा दिया चूना

स्टाइलिश कपड़े-जूते खरीदने और पॉश रेस्तरां में खाने जैसी अपनी महंगी ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए 10वीं क्लास के छात्र ने सरकारी नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को चूना लगा दिया. प्रतियोगी परीक्षा की तैयार कर रहे उम्मीदवारों को मध्य प्रदेश सिविल सेवा यानी MPPSC की प्री परीक्षा का लीक पेपर बेचने के बहाने ठगा गया. मध्य प्रदेश के इंदौर का यह मामला है.

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इस साइबर क्राइम की जांच कर रही एमपी पुलिस तब हैरान रह गई, जब ठगी मामले में पकड़ा गया संदिग्ध 10वीं कक्षा का छात्र निकला. पूछताछ में पता चला कि राजस्थान के रहने वाले इस छात्र ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) के पेपर बेचने के बहाने भी धोखाधड़ी की थी.

टेलीग्राम पर बनाया चैनल

एसीपी तुषार सिंह ने बताया कि झुंझुनू जिले के छात्र ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर एक चैनल बनाया था. उसने 23 जून को आयोजित MPPSC की प्रारंभिक परीक्षा के पेपर तक पहुंच का दावा किया और 2500 रुपये प्रति पेपर की दर से बेचने की पेशकश की. यूपीआई के जरिए भुगतान के लिए टेलीग्राम चैनल पर क्यूआर कोड दे दिया.

क्यूआर कोड पर करवाता था भुगतान

जैसे ही कोई व्यक्ति राज्य सेवा परीक्षा के पेपर पाने के लालच में इस क्यूआर कोड के जरिए भुगतान करता था, छात्र उस खरीदार का मोबाइल नंबर ब्लॉक कर देता था. धोखाधड़ी के इस तरीके से छात्र ने दो से चार अभ्यर्थियों को ठगा.

पेपर लीक का झूठा दावा

छात्र के पास राज्य सेवा परीक्षा के कोई भी लीक पेपर नहीं थे और उसने अभ्यर्थियों को ठगने के लिए पेपर लीक का झूठा दावा किया. छात्र का कहना है कि उसने यूट्यूब पर ऑनलाइन धोखाधड़ी के गुर सीखे. ठगे गए पैसों से वह महंगे कपड़े और जूते खरीदना चाहता था और साथ ही महंगे रेस्टोरेंट में खाने का शौक भी पूरा करना चाहता था.

NEET के बहाने भी कर चुका धोखाधड़ी

पुलिस अधिकारी ने बताया कि छात्र को दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के तहत नोटिस दिया गया है और धोखाधड़ी के मामले की विस्तृत जांच चल रही है. छात्र ने NEET का पेपर बेचने के बहाने भी धोखाधड़ी की थी और मामले की जांच राजस्थान पुलिस की मदद से केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) कर रही है.

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