पाकिस्तान के सिंध प्रांत का रहने वाला एक युवक अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए भारत की सीमा से सटे एक गांव में पहुंचा था. रात में जब प्रेमिका के घर वाले उसके पीछे पड़ गए तो अंधेरे में दौड़ते हुए वो भारत की सीमा में घुस गया. चौंकाने वाली बात ये रही है कि बीएसएफ पोस्ट को चकमा देते हुए वो भारत की सीमा में करीब 25 किलोमीटर तक चला गया. अब दो महीने से वो भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए सिर दर्द बना हुआ है.
इस युवक की पहचान पाकिस्तान के सिंध प्रांत के रहने वाले 21 वर्षीय जागसी कोली के रूप में हुई है. वो 24 अगस्त को पाक के ही सीमावर्ती गांव खारोदा पहुंचा था. उसके घरवालों से बचने के चक्कर में वो भारत में घुस गया. जब उसको पकड़ा गया तो बीएसएफ ने पाकिस्तानी रेंजर्स से उसे वापस लेने को कहा, लेकिन वो उसे लेने के तैयार नहीं हैं. ऐसे में बाड़मेर पुलिस उसकी निगरानी में जुटी हुई है. इस समय वो बाड़मेर जिले के ही सेड़वा थाना इलाके में है.
कैसे पता चला कि युवक पाकिस्तानी है?
पाकिस्तानी युवक जागसी कोली 24 अगस्त की रात में दौड़ते हुए भारत की सीमा में आ तो गया, लेकिन जब उसने 25 अगस्त की सुबह गांववालों से थारपारकर जाने वाली बस के बारे में पूछा तो उन्हें शक हुआ. इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी. जब पुलिस और बीएसएफ मौके पर पहुंची तो उन्होंने जागसी कोली को गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से दो सिम कार्ड, एक मोबाइल फोन और एक डायरी भी बरामद हुई है.
सुरक्षा एजेंसियों ने की जागसी कोली से पूछताछ
भारत में मौजूद सभी सुरक्षा एजेंसियों ने उस पाकिस्तानी नागरिक से पूछताछ की, लेकिन उसके पास कुछ भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली. इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने उसे बाड़मेर पुलिस के हवाले कर दिया. इसी बीच जब भारत ने पाक रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग की थी, तब भारत ने जागसी को वापस भेजने की बात कही थी, लेकिन पाक रेंजर्स की ओर से कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई गई.
जागसी बार-बार पुलिस से गुहार लगा रहा है कि उसे उसके गांव जाने दिया जाए. फिलहाल जागसी को बाड़मेर के बाखासर थाने के हवाले कर दिया गया है. अब बाखासर पुलिस के जवान दिन-रात ड्यूटी कर पाकिस्तानी नागरिक की निगरानी में लगे हुए हैं.
जिस थाने में PAK नागरिक को रखा, वहां के प्रभारी ने क्या बताया?
बाखासर थाना प्रभारी विशन सिंह ने आजतक को बताया कि जागसी करीब 2 महीने पहले कंटीली तार पार कर पाकिस्तान से भारत आया था. पूछताछ में कोई खास वजह सामने नहीं आई है. अब उसे वापस पाकिस्तान भेजने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए दिल्ली स्तर पर बातचीत चल रही है.