प्रधानमंत्री मोदी ने न्यूयॉर्क में कहा कि हम ग्लोबल साउथ की बुलंद आवाज बन रहे हैं. आपने देखा होगा भारत की पहल पर G-20 समिट में अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता मिली. आज जब भारत ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर कुछ कहता है तो दुनिया सुनती है. कुछ समय पहले जब मैंने कहा कि ये युद्ध का समय नहीं है, तो उसकी गंभीरता सभी ने समझी.
Long Island, New York: Addressing the Indian diaspora at Nassau Coliseum, PM Modi says, "Today, whenever a crisis occurs anywhere in the world, India comes forward as the first responder. During Corona, we sent vaccines and medicines to over 150 countries. Whether it’s an… pic.twitter.com/pVVwryPqEP
— IANS (@ians_india) September 22, 2024
पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया में कहीं भी संकट आए भारत फर्स्ट रेस्पोंडर के रूप में समने आता है. कोरोना के समय में हमने 150 से ज्यादा देशों को दवाइयां भेजीं, कहीं भूकंप आए कहीं साइक्लोन आए या गृह युद्ध हो, हम मदद के लिए सबसे पहले पहुंचते हैं. यही हमारे पुरखों की सीख है यही हमारे संस्कार हैं. पीएम मोदी ने कहा कि आज का भारत दुनिया में एक नए कैटेनिक एजेंट के रूप में उभर रहा है. इसका प्रभाव हर सेक्टर में दिखेगा. ग्लोबल ग्रोथ, ग्लोबल पीस, ग्लोबल क्लाइमेट एक्शन को स्पीडअप करने में भारत का रोल अहम होगा. ग्लोबल इनोवेशन हो या ग्लोबल सप्लाई चेन में स्टैबिलिटी लाना हो, सभी में भारत का रोल अहम होगा.
भारत के लिए शक्ति और सामर्थ्य का अर्थ है ज्ञानाय:, दानाय: च रक्षणाय:… यानी नॉलेज इज फॉर शेयरिंग, वेल्थ इज फॉर केयरिंग, पावर इज फॉर प्रोटेक्टिंग. इसलिए भारत की प्राथमिकता दुनिया अपना दवाब बढ़ाने की नहीं, बल्कि अपना प्रभाव बढ़ाने की है. हम आपकी तरह से झल्लाने वाले नहीं, हम सूरज की किरण की तरह रोशनी देने वाले लोग हैं. हम विश्व पर अपना दबदबा नहीं चाहते, बल्कि हम विश्व की समृद्धि में अपना सहयोग बढ़ाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि योग को बढ़ावा देना हो, सुपर फूड मिलेट्स को बढ़ावा देना हो… भारत जीडीपी सेंट्रिक ग्रोथ के साथ ही ह्यूमन सेंट्रिक ग्रोथ को भी प्राथमिकता दे रहा है.