यूपी के संभल पहुंची हिंदूवादी नेता साध्वी प्राची ने कनाडा के मंदिर में हुए खालिस्तानियों के हमले पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी लोग कसम खाएं कि खालिस्तान को सपोर्ट करने वालों का कभी भी सहयोग नहीं करना है. हमारे हिंदू भाइयों को कनाडा को कितनी पीड़ा सहनी पड़ रही है, इसके लिए मैं संवेदना प्रकट करती हूं. केंद्र सरकार से निवेदन करती हूं कि जहां भी हिंदू भाइयों के साथ अत्याचार हो रहा है उनकी मदद करें.
साध्वी प्राची ने आगे कहा कि पिछले दिनों दिल्ली में हुए एक लाइव शो को देखने-सुनने के लिए हजारों लोग पहुंच गए, हॉल खचाखच भर दिया, लेकिन उस सिंगर ने या किसी और सिंगर ने कनाडा में हुए खालिस्तानी हमले की निंदा नहीं की. देश में खालिस्तानियों के बड़े-बड़े शो करवाए जाते हैं. ये देखकर बड़ा अफसोस होता है. बहुत शर्म की बात है.
महाकुंभ पर कही ये बात
वहीं, साध्वी प्राची ने महाकुंभ में गैरसनातनी की दुकान नहीं लगने देने के फैसले पर सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के ‘आगे से मुसलमान भी ऐसा करेगा’ वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि ये लोग थूक जिहाद और मूत्र जिहाद चला रहे हैं. इसलिए महाकुंभ में ये फैसला लिया गया है. मक्का-मदीना में कोई हिंदू प्रवेश नहीं कर सकता है तो महाकुंभ में क्यों? वो भी तो बहुत पवित्र और साधना की जगह है. इसलिए पहले वह मक्का मदीना में इजाजत दिलवाकर हिन्दुओं की एंट्री करवाएं तभी बात करें.
यूपी उपचुनाव की तारीख बदले जाने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के द्वारा ‘टालेंगे तो और भी बुरा हारेंगे’ वाले बयान को लेकर साध्वी प्राची ने कहा कि अखिलेश केवल अनर्गल प्रलाप करते हैं, वो खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे वाली स्थिति में हैं. यह फैसला बीजेपी का नहीं बल्कि चुनाव आयोग का है, कॉमन सेंस की बात है.