दूसरी बेटी हुई तो ससुराल वालों ने दिए इतने ताने, तंग आकर महिला स्वास्थ्य अधिकारी ने की आत्महत्या…

महाराष्ट्र के अमरावती से दिल दुखाने वाला मामला सामने आया है. यहां दूसरी बार बेटी होने पर ससुराल में ताने सुनने को मजबूर एक 32 साल की महिला स्वास्थ्य अधिकारी ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह दिल दहला देने वाली घटना अमरावती के तपोवन परिसर स्थित जयभोले कॉलोनी में हुई. मृतक महिला का नाम 32 साल की शुभांगी निलेश तायवडे बताया गया है, जो एक सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) के पद पर कार्यरत थी.

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मूल रूप से नागपुर की रहने वाली शुभांगी की शादी नवंबर 2011 में 35 साल के निलेश तायवडे से हुई थी, जो एक बैंक मैनेजर हैं. शुभांगी को दो बेटियां हैं, जिनमें से छोटी बेटी मात्र 13 महीने की है. परिजनों का आरोप है कि दूसरी बार लड़की होने के बाद से ही शुभांगी को पति, सास, देवर, ननद और एक मित्र द्वारा ताने दिए जा रहे थे और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. इस प्रताड़ना से तंग आकर शुभांगी ने रविवार सुबह करीब 9 बजे अपने घर में बच्ची के झूले की रस्सी से फांसी लगाकर जान दे दी.

घटना की जानकारी मिलते ही शुभांगी के पिता राजेंद्र तुरकणे (65, निवासी नागपुर) ने गडगेनगर थाने में शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस ने पति निलेश तायवडे, 70 साल की सास , 38 साल के निलेश के भाई नितिन तायवडे, 45 साल की ननद हतुर्णा और नितिन के मित्र नयन रामटेके के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है.

शुभांगी ने आत्महत्या से एक दिन पहले 24 मई को शाम करीब 7 बजे अपने पिता से बातचीत की थी, जिसमें उसने ससुराल में हो रही मानसिक प्रताड़ना का जिक्र किया था. रविवार सुबह 9 बजे के आसपास परिजनों को फोन पर बताया गया कि शुभांगी ने फांसी लगा ली है. परिजन जब पहुंचे तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.

मामले की जांच गाडगेनगर पुलिस स्टेशन के थानेदार ब्रह्म गिरी के मार्गदर्शन में शुरू हो चुकी है. पुलिस ने आरोपी पति और अन्य परिजनों को तबियत खराब होने के कारण मेडिकल जांच के लिए अस्पताल में दाखिल किया है. दो मासूम बच्चियों की मां शुभांगी की इस दर्दनाक आत्महत्या से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है.

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