उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के थाना गंगोह क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने अपने ससुराल वालों पर हैरान कर देने वाला आरोप लगाया है. पीड़ित महिला का कहना है कि उसके ससुराल वालों ने दहेज की मांग पूरी न होने पर उसे एचआईवी संक्रमित इंजेक्शन लगा दिया है. उसकी हालत गंभीर हो गई है. पुलिस पीड़िता की तहरीर के आधार पर आईपीसी की धारा 307, घरेलू हिंसा से महिलाओं के संरक्षण अधिनियम और दहेज निषेध अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है
थाना प्रभारी रोजंत त्यागी ने बताया कि पीड़ित महिला के पिता ने बताया कि उनकी बेटी सोनल की शादी 15 फरवरी, 2023 को उत्तराखंड के हरिद्वार निवासी अभिषेक से हुई थी. उन्होंने अपनी हैसियत से बढ़कर दहेज में कैश, ज्वैलरी और एक कार दी थी. लेकिन उसके ससुराल वाले असंतुष्ट थे. वो उनकी बेटी से लगातार 25 लाख रुपए कैश और एक स्कॉर्पियो कार की अतिरिक्त मांग कर रहे थे. पीड़िता के परिवार ने उनकी इन मांगों को पूरा करने से इनकार कर दिया.
इससे नाराज होकर सोनल के ससुराल वालों ने उसे घर से निकाल दिया. उसे जमकर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया. इसके बाद गांव में पंचायत बुलाई गई. पंचायत ने उसको फिर से ससुराल भेजा. इस दौरान ससुराल पक्ष ने सोनल को एचआईवी संक्रमित इंजेक्शन लगा दिया और उसे जान से मारने की कोशिश तक कर डाली. बेटी की तबीयत बिगड़ने के बाद उसके माता-पिता ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पता चला कि वो एचआईवी पॉजिटिव है.
एसएचओ ने बताया कि सोनल के माता-पिता ने आरोप लगाया कि उसे बेतरतीब दवाएं दी गईं. उसे एचआईवी संक्रमित इंजेक्शन भी लगाया गया है, जिससे उसकी जान को खतरा हो गया है. इसके बाद पीड़ित पक्ष ने इंसाफ के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. 10 फरवरी को अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत के आदेश के बाद 11 फरवरी को गंगोह थाने में सोनल के पति और देवर समेत चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है.