बिहार के कैमूर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां पुलिस ने झूठे अपहरण कांड का पर्दाफाश किया है और अपहृत व्यक्ति को सकुशल बरामद कर लिया गया है. पुलिस की जांच में पता चला कि अपहृत व्यक्ति की बेटी की शादी के लिए पांच लाख रुपए बैंक से निकालने की बात कह कर घर से निकले थे. पैसे निकालने के बाद उन्होंने घर पर फोन कर चार लोगों द्वारा पीछा करने की बात की थी.
पुलिस ने कथित रूप से किडनैप हुए व्यक्ति को भभुआ रोड रेलवे स्टेशन से बरामद कर लिया और बताया कि अपहरण का मामला पूरी तरह से झूठा था. वे पैसे नहीं जुटने से दबाव में आकर अपने आप गायब हो गए थे. परिजनों को लगा इनका अपहरण हो गया है और उन्होंने एफआईआर दर्ज कराई थी.
केस की जानकारी देते हुए कैमूर एसपी हरिमोहन शुक्ला ने बताया दुर्गावती थाना क्षेत्र के रहने वाले इस्लाम अंसारी अपनी बेटी की शादी के लिए मोहनिया बैंक से पांच लाख रुपए निकालने के लिए गए थे. उन्होंने फोन कर घर पर जानकारी दी कि बैंक से पैसा निकालकर जैसे ही वह चले तो तीन-चार लोग उनके पीछे लग गए हैं. उसके बाद उनका मोबाइल बंद बताने लगा. तब उनके घर वालों ने उनके अपहरण की एफआईआर दुर्गावती थाने में दर्ज कराई थी .
उन्होंने आगे बताया- पुलिस ने जांच शुरू की तो बैंक से पैसे निकाले जाने के कोई भी सबूत नहीं मिले. पता चला कि उनकी लोकेशन सासाराम की तरफ और फिर कोलकाता की तरफ है. जैसे ही उनकी लोकेशन कोलकाता से भभुआ रोड रेलवे स्टेशन की तरफ मालूम हुई को वहां स्टेशन पर उतरते ही पुलिस ने पकड़ लिया.
शख्स ने पूछताछ में बताया कि शादी के लिए जितने पैसे की व्यवस्था करनी थी उतना नहीं हो पाया तो उन्होंने दबाव में आकर इस तरह की बात परिजनों से कही थी. वही परिजनों ने उनकी बात सुनकर ही अपहरण का मामला दर्ज कराया था जो झूठा निकला. शुक्ला ने कहा- ये केस आम लोगों के लिए मैसेज है की पुलिस को सही कार्य के लिए लगाइए जिससे कि उसका समय बचे और लोगों को न्याय मिले.