गंगा चढ़ी तो फूला लोगों का कलेजा! बाढ़ की आहट से तटवर्ती गांवों में दहशत

ग़ाज़ीपुर : गंगा नदी का जलस्तर पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ने लगा है.आज दोपहर दो बजे गंगा के जलस्तर में 3 सेमी प्रति घण्टे की रफ्तार से बढ़ोतरी दर्ज की गई. यह अलग बात है कि गाजीपुर में अभी गंगा खतरे के निशान से करीब कई मीटर नीचे हैं, लेकिन भविष्य में संभावित बाढ़ की आशंका से तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोग चिंतित नजर आ रहे हैं.

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केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक गाजीपुर में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.दोपहर दो बजे नदी का जलस्तर 59.930 मीटर दर्ज किया गया है, जो सामान्य जलस्तर 59.906 मीटर से अधिक है.पानी प्रति घंटे 3 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है। बाढ़ की स्थिति के मापदंड के अनुसार, 61.550 मीटर चेतावनी बिंदु है.इसके बाद 63.105 मीटर पर खतरे का निशान है.उच्च बाढ़ स्तर 65.220 मीटर निर्धारित है.

 

पिछले वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2021 में गंगा का उच्चतम जलस्तर 64.680 मीटर था। 2022 में यह 64.390 मीटर और 2023 में 61.700 मीटर दर्ज किया गया। 2019 में नदी का जलस्तर 64.530 मीटर तक पहुंचा था.वर्तमान स्थिति में जलस्तर सामान्य स्तर को पार कर चुका है.स्थिति पर नजर रखी जा रही है.

 

जिला आपदा विशेषज्ञ अशोक राय ने बताया कि गंगा के जलस्तर में बढ़ाव बना है.विभागीय अधिकारियों ने बताया कि उत्तराखंड से आ रहे पानी की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ रहा है.इसमें यूपी में हुई बारिश का पानी भी शामिल है.फिलहाल उन्होंने अभी स्थिति नियंत्रण में होने की बात कही है.

 

गंगा किनारे रहने वालो ने बताया कि कुछ दिनों से गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई है.स्थानीय मल्लाहों ने बताया कि बहुत तेजी से पानी बढ़ रहा है लगातार बढ़ाव के कारण छोटी नाव के संचालक पर असर पड़ा है। मछुआरों ने बताया कि पानी लगातार और तेजी से बढ़ रहा है.आने वाले दिनों में भीषण बाढ़ की पूरी संभावना है.

गंगा के बढ़ते जलस्तर और आगामी दिनों में संभावित बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन एलर्ट मोड में आ चुका है.

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