10 साल के बच्चे का सुसाइड: छोटे भाई ने पतंग की डोर देने से मना किया तो बड़े ने फांसी लगा ली

Gujarat News: सूरत जिले के एक गांव में शुक्रवार को 10 वर्षीय बच्चे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वो भी सिर्फ इसलिए कि छोटे भाई ने पतंग की डोर देने के इनकार कर दिया था. जहांगीरपुरा पुलिस थाने ने पूरे मामले पर आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

वरियाव के कंटारा गांव में रहने वाला राठौड़ परिवार मजदूरी का काम करता है. उनके 2 बेटे और एक बेटी है. गुरुवार जब उनकी बेटी जब बाहर से घर पर पहुंची तो अपने बड़े भाई की लाश फंदे से लटकती देख ली. यह देख उसके मुंह से चीख निकल गई और आसपास के लोग जमा हो गए और पुलिस को बुलाया. उस दौरान माता-पिता मजदूरी पर गए हुए थे और घर में दो भाई और बहन अकेले थे.

सूचना मिलने पर पहुंची जहांगीरपुरा पुलिस ने कहा, राठौड़ परिवार का बड़ा बेटा केतन पतंग लेकर आया तो उसने छोटे भाई केशु से पतंग की डोर मांगी. छोटे ने डोर देने से इनकार किया तो केतन को बुरा लगा और गुस्से में आकर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह जानकारी परिवार की ओर से दी गई है.

इस बारे में पुलिस ने पोस्टमार्टम भी करवाया, लेकिन सिर्फ फंदा लगाने से मृत्यु हुई है. इसकी कोई और वजह नहीं है. पहले पुलिस को शक था कि किसी ने उसे मारा हो, पर ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है.

परिवार ने पुलिस को बताया था कि बच्चा जब पांच साल का था तब उसने अपनी मां को भी फांसी लगाते हुआ देखा था. उसकी मां ने भी फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी. पुरानी घटना उसे याद थी और इसी वजह से उसने भी फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. पतंग की डोर जैसी छोटी-सी बात के लिए परिवार के बड़े बेटे का सुसाइड करना परिवार के लिए बहुत बड़ा झटका है.

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