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खाना खाते समय या बाद…कब पिएं पानी, जानें क्या कहते हैं डॉक्टर

हर जगह भोजन परोसने के साथ टेबल पर पानी रखना अनिवार्य होता है. यह बेहद जरूरी भी है क्योंकि कई बार खाना खाते वक्त लोगों के गले में भोजन फंस जाता है या फिर उन्हें खांसी आने लगती है तो ऐसे में पानी भोजन के साथ रखना जरूरी होता है लेकिन कई लोगों को खाना खाते समय बीच-बीच में पानी पीने की आदत होती है.

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कई बार लोग ज्यादा पानी पीने की वजह से अपना खाना तक खत्म नहीं कर पाते हैं इसलिए कई बार यह सलाह दी जाती है कि खाना खाते वक्त पानी नहीं पीना चाहिए. इतना ही नहीं, इसके अलावा खाने के बीच पानी को लेकर एक और चीज काफी मशहूर है कि खाना खाने के दौरान पानी पीने से पाचन क्रिया पर बुरा असर पड़ता है क्योंकि इससे आपका शरीर भोजन को ठीक से पचा नहीं पाता है और उसे दिक्कत का सामना करना पड़ता है. लेकिन क्या वाकई इस धारणा में कोई सच्चाई है.

भोजन के दौरान पानी पीना सही या गलत

भोजन करते समय और बाद में पानी पीना कई तरह से पाचन में मदद कर सकता है. जरूरी हाइड्रेशन बनाए रखने के लिए पानी पीना जरूरी है और वास्तव में यह पाचन में बाधा डालने के बजाय पाचन में सहायता कर सकता है. पेट गैस्ट्रिक एसिड, मुख्य रूप से हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उत्पादन करता है, जो भोजन को तोड़ने, पाचन के लिए जरूरी एंजाइमों को सक्रिय करने और हानिकारक बैक्टीरिया को मारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

पानी को लेकर मिथक

इनमें एक आम मिथक यह है कि भोजन के साथ या उसके बाद पानी पीने से पेट के एसिड डाइलूट हो सकते हैं जिससे उनका असर कम हो जाता है और वो भोजन को ठीक से पचा नहीं पाते हैं. इससे पाचन तंत्र खराब हो सकता है और कई अन्य समस्याएं जैसे पेट फूलना और गैस हो सकता है लेकिन सच यह है कि पेट के एसिड इस तरह से बनाए गए हैं कि वो भोजन के दौरान पानी के सेवन के बावजूद प्रभावी ढंग से काम कर सकते हैं.

पानी को लेकर कहा यह भी जाता है कि खाते वक्त पानी पीने से वजन बढ़ता है. जबकि ऐसा नहीं है, हां अगर आप खाने के साथ चीनी से भरपूर कोई ड्रिंक पीते हैं तो इससे आपको वजन बढ़ने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है.

क्यों पीना चाहिए पानी

पेट का अंदरूनी भाग अत्यधिक एसिडिक होता है जिसका pH आमतौर पर 1.5 से 3.5 के बीच रहता है जो पाचन के लिए जरूरी है. पेट में बड़ी मात्रा में भोजन और तरल पदार्थों को समायोजित करने के लिए डिजाइन किया गया है. जब आप खाते या पीते हैं तो पेट अंदर आने वाले पदार्थों को समायोजित करने के लिए फैलता है. जबकि पानी पेट में प्रवेश करता है और वो बाकी चीजों के साथ मिल जाता है. यह पेट के गैस्ट्रिक जूसेस की अम्लता को भी बहुत ज्यादा नहीं बदलता है.

पेट में अपने अम्लीय वातावरण को बनाए रखने की बेहतरीन क्षमता होती है. भोजन की मौजूदगी पेट को अधिक गैस्ट्रिक एसिड का उत्पादन करने के लिए प्रेरित करती है जो पाचन के लिए जरूरी पीएच को संतुलित करने में मदद करता है. पानी पीने से पेट में सभी तत्वों की मात्रा अस्थायी रूप से बढ़ सकती है लेकिन गैस्ट्रिक एसिड का उत्पादन एक सतत प्रक्रिया है जो शरीर की जरूरतों के अनुकूल होती है.

पाचन में पानी की क्या भूमिका है?

पाचन के साथ ही शरीर के लिए हाइड्रेशन भी जरूरी होता है. भोजन से पहले, भोजन के दौरान और बाद में पानी पीना कई तरह से पाचन में मदद कर सकता है. पानी पोषक तत्वों को तोड़ने में मदद करता है और पेट में एंजाइमेटिक प्रक्रियाओं में मदद करता है. यह पाचन तंत्र को सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करता है जिससे कब्ज का खतरा कम होता है. पानी पाचन के बाद पूरे शरीर में पोषक तत्वों को पहुंचाने में भी सहायता करता है.

भोजन के साथ पानी पीने के क्या लाभ हैं?

पानी पीने से भोजन के कणों को नर्म होने में मदद मिल सकती है जिससे पेट के लिए इसे पचाना आसान हो जाता है. पानी आपको भरा हुआ महसूस करने में मदद कर सकता है तो आप बार-बार खाने से बचते हैं और वजन प्रबंधन में मदद मिलती है. यह आपके पेट को साफ भी करता है.

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