केरल के वायनाड पर सोमवार को टूटे कुदरत के कहर के बाद पहाड़ी की चोटी से पानी के तेज़ बहाव ने छोटी इरुवाझिंजी नदी के बहने की दिशा ही बदल दी, जिससे उसके किनारों पर मौजूद हर चीज़ डूब गई. सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों में ये साफ नजर आ रहा है. पहले पहाड़ियों के बीच बहने वाली इरुवाझिंजी नदी के रूट पर जहां हरियाली दिखाई देती थी, वहां अब सिर्फ मलबा नज़र आ रहा है. भूस्खलन से पहले नदी एक सीधी रेखा में बह रही थी और किनारे पर गांव बसे थे लेकिन अब नदी ने पूरा इलाका कवर कर लिया है.
भूस्खलन के बाद वायनाड में पूरे के पूरे चार गांव साफ हो गये हैं. भारी बारिश के बीच कीचड़, चट्टानों और पेड़ों के बड़े-बड़े टुकड़ों की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. उम्मीद है कि आज चूरलमाला को मुंडक्कई के बीच 190 फीट का पुल बनकर तैयार हो जाएगा. अट्टामाला, मुंडकई और चूरलमाला में फंसे लोगों निकालने के लिये आज रेस्क्यू ऑपरेशन की कोशिश की जा रही है.
बता दें कि केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड में मरने वालों की संख्या 256 हो गयी है. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आज केरल पर टूटे कुदरत के इस कहर पर ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई. मीटिंग में विजयन ने कहा, वर्तमान में मुख्य प्राथमिकता फंसे हुए लोगों को बचाना है. बेली ब्रिज का निर्माण पूरा होने के बाद, भारी वाहनों को ले जाया जा सकता है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी आज वायनाड का दौरा करने वाले हैं. दोनों भूस्खलन प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और पीड़ितों से मिलेंगे. इसके पहले राहुल गांधी बुधवार को वायनाड जाने वाले थे लेकिन खराब मौसम की वजह से प्लान कैंसिल करना पड़ा.