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कहां परमाणु बम तैयार कर रहा है उत्तर कोरिया… पहली बार सामने आई तस्वीर

उत्तर कोरिया के प्रतिबंधित परमाणु केंद्र की पहली बार फोटो सामने आई है. यह एक यूरेनियम एनरिचमेंट साइट है. जहां पर भारी मात्रा में सेंट्रीफ्यूज लगे हैं. यह एक खास यंत्र होता है, जो परमाणु बम बनाने का मैटेरियल तैयार करता है. इस सेंटर में देश के शासक किम जोंग उन ने हाल ही में विजिट किया. इसके अलावा जापान के समंदर में 600 मिलिमीटर के मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम का सफल परीक्षण किया.

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किम जोंग उन ने अपने वैज्ञानिकों को कहा है कि परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ाना है, इसलिए न्यूक्लियर मैटेरियल बनाने की मात्रा बढ़ा दो. वो इस साइट के अलावा न्यूक्लियर वेपन इंस्टीट्यूट भी गया था. जहां उसने वेपन-ग्रेड न्यूक्लियर मैटेरियल बनाने को कहा है. ऐसा पहली बार हुआ है जब उत्तर कोरिया के न्यूक्लियर प्रोग्राम की तस्वीर सामने आई है.

जिस जगह पर किम जोंग उन घूम रहे हैं, उस जगह को संयुक्त राष्ट्र की सिक्योरिटी काउंसिल ने प्रतिबंधित कर रखा है. जो तस्वीरें आई हैं, उनमें साफ दिख रहा है कि किम जोंग उन सेंट्रीफ्यूज के बीच घूम रहे हैं. ये वही मशीनें हैं, जो यूरेनियम को परमाणु बम के लायक बनाती हैं. इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि किम जोंग उन कब गए थे. साथ ही ये साइट देश के किस हिस्से में है.

अमेरिका से जंग की तैयारी…

किम जोंग उन ने सेंट्रीफ्यूज वाली साइट के कर्मचारियों और वैज्ञानिकों को ज्यादा से ज्यादा टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियार बनाने को कहा है. साथ ही ये भी कहा कि हो सकता है कि उसकी जंग अमेरिका और उसके साथी देशों से हो. तो ऐसे में जरूरत पड़ सकती है. ताकि उत्तर कोरिया की रक्षा की जा सके. जरूरत पड़ने पर पहले हमला किया जा सके. किम जोंग उन ने कहा कि अमेरिका और उसके मित्र देशों से हमारे देश को परमाणु हमले का खतरा है. अमेरिका और उसका साथ देने वालों ने रेड लाइन पार कर ली है.

माना जाता है कि उत्तर कोरिया के पास कई एनरिचमेंट साइट्स हैं. सैटेलाइट तस्वीरों से ऐसे केंद्रों का खुलासा भी हुआ है. इनमें मुख्य हैं योंगबियोन न्यूक्लियर साइंटिफिर रिसर्च सेंटर. इसका अपना यूरेनियम एनरिचमेंट प्लांट है. जिसके विस्तार की भी तैयारी चल रही है.

कितने परमाणु हथियार हैं उत्तर कोरिया के पास

उत्तर कोरिया के पास करीब 50 परमाणु हथियार हैं. लेकिन उसके पास इतना परमाणु मैटेरियल पड़ा है कि वो उनसे 70 से 90 परमाणु हथियार और बना सकता है. इनके इस्तेमाल वह अपनी इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों में कर सकता है. ये मिसाइलें अमेरिका तक पहुंचने में सक्षम हैं. इसके अलावा उत्तर कोरिया सबमरीन से लॉन्च होने वाली मिसाइलों पर भी काम कर रहा है. तो खतरा वहां से भी है.

क्या होता है एनरिचमेंट?

यूरेनियम प्राकृतिक तौर पर मिलने वाला रेडियोएक्टिव पदार्थ है. इससे न्यूक्लियर ईंधन बनाने के लिए सामान्य यूरेनियम को एक खास प्रक्रिया से गुजारा जाता है. तब इसका कंसेंट्रेशन बढ़ जाता है. फिर यह बन जाता है यूरेनियम-235 आइसोटोप. इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी चीफ राफेल ग्रोसी ने कहा कि योंगबियोन में न्यूक्लियर एनरिचमेंट फैसिलिटी लगातार काम कर रही है. किम ने हथियारों के लिए ज्यादा मैटेरियल बनाने को कहा है.

इतना ही नहीं फैसिलिटी में नए प्रकार के सेंट्रीफ्यूज भी लगाए गए हैं. ताकि ज्यादा से ज्यादा न्यूक्लियर ईंधन बनाया जा सके. साथ ही वेपन-ग्रेड न्यूक्लियर मैटेरियल तैयार किया जा सके. कार्नेगी एंडाउमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस के अंकित पांडा ने कहा कि उत्तर कोरिया दो नए प्रकार के सेंट्रीफ्यूज से न्यूक्लियर फ्यूल बना रहा है. इससे परमाणु हथियार बनाने की क्षमता बढ़ जाएगी. बहुत जल्द उत्तर कोरिया के पास सैकड़ों परमाणु हथियार होंगे.

किम ने दागी 600 mm के मल्टीपल रॉकेट

किम जोंग उन ने गुरुवार को जापान के समंदर की तरफ 600 मिलिमीटर के मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम का सफल परीक्षण किया. यह जानकारी उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी KCNA ने दी है. किम जोंग उन खुद इन रॉकेट्स के परीक्षण के समय वहां मौजूद थे. रॉकेट्स ने सफलतापूर्वक अपने टारगेट्स को हिट किया. ये टारगेट जापान के समंदर में सेट किए गए थे.

 

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