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किस बोर्ड में हुआ किस अभ्यर्थी का इंटरव्यू, ऐसे सामने आएगा CGPSC फर्जीवाड़े का सच, CBI कर रही है हर पहलू की जांच

रायपुर। सीबीआई ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, राज्यपाल के पूर्व सचिव अमृतपाल खलको और कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला सहित छापे के जद में लोगों को समन जारी किया है. इसमें सभी को बयान दर्ज कराने के लिए वीआईपी रोड स्थित सीबीआई के दफ्तर बुलाया गया है. बुधवार को सीजीपीएसी भर्ती परीक्षा 2021 में चयनित अभ्यर्थी और उनके परिजनों के घर छापा पड़ा था. 16 ठिकानों में तलाशी के दौरान बरामद दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस को जब्त किए गए है.

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भिलाई में अमृतपाल खलको के घर करीब 10 घंटे तक पूछताछ की गई. खलको उसकी पत्नी, पुत्र निखिल और पुत्री नेहा का बयान भी लिया गया. साथ ही पीएससी में चयनित नेहा और निखिल के शैक्षणिक प्रमामपत्र, लैपटाप और अन्य दस्तावेजों को जब्त किया गया है. इसकी जांच करने के बाद पीएससी में चयनित अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों को बुलाकर पूछताछ की जाएगी.

2021 की सीजीपीएससी की परीक्षा में डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन होने वाले नेहा ने 13वां और निखिल ने 17वां स्थान के साथ ही बीएसपी कर्मी लालजी कौशिक के पुत्र का डिप्टी कलेक्टर के साथ ही पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह के परिवार और रिश्तेदारों में पांच लोगों का चयन हुआ है. 18 चयनित अभ्यर्थियों की जांच चल रही है.

गड़बड़ी का पता लगाने यह सब जांच

– रोल नंबर और आंसरशीट अलग-अलग समय में तो नहीं लिखे गए, इस टाइमिंग का पता लगाने स्याही की फोरेंसिक जांच होगी.

– चयनित उम्मीदवारों के OMR और आंसरशीट में एक पेन या स्याही का तो उपयोग नहीं हुआ? ये पता लगाया जाएगा.

– सीजीपीएससी में चुने गए उम्मीदवारों की हैंडराइटिंग का नमूना लेकर आंसरशीट से मिलान किया जाएगा.

किस बोर्ड में हुआ किस अभ्यर्थी का इंटरव्यू

सीबीआई यह भी जांच कर रही है कि किस अभ्यर्थी का इंटरव्यू किस बोर्ड में हुआ है. पीएससी ने इंटरव्यू के लिए तीन अलग-अलग बोर्ड बनाए गए थे. एक बोर्ड में खुद तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह थे. उनके अलावा दो और बोर्ड था.

सीबीआई देखेगी किस बोर्ड से सबसे ज्यादा लोगों का चयन हुआ है. बोर्ड के सदस्यों का चयनित अभ्यर्थियों या उनके स्वजनों से कोई संबंध तो नहीं है. उनका पांच साल का कॉल डिटेल, गूगल लोकेशन से लेकर वाट्सएप चैट तक निकाला जाएगा. चयनित लोगों के फोन की भी तकनीकी जांच की जाएगी.

साइंटिफिक जांच इसलिए

सीजीपीएससी में चयनित उम्मीदवारों की हैंडराइटिंग का नमूना लेकर आंसरशीट की हैंड राइटिंग से मिलान किया जाएगा. भर्ती परीक्षा के बाद आरोप लगाया गया है कि कुछ उम्मीदवारों का चयन गलत तरीके से किया गया है. उन्होंने परीक्षा हाल में आंसरशीट खाली छोड़ दी गई थी. उन आंसरशीट को परीक्षा के बाद दूसरे लोगों ने भरा है. फोरेंसिक जांच से इन आरोपों का सच सामने आएगा. उसके बाद जिम्मेदारों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी.

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