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चीन या अमेरिका कौन है भारत का सबसे बड़ा बिजनेस पार्टनर?

वित्त वर्ष 2018-19 से 2023 24 के दौरान भारत के व्यापार में काफी बदलाव आया है और भारत और चीन के बीच में जमकर कारोबार हुआ है. अभी FY23 में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा बिजनेस पार्टनर था. लेकिन वित्त वर्ष 2024 भारत और चीन के बीच में अच्छा कारोबार हुआ है. ये करोबार 9 लाख करोड़ रूपये से भी ज्यादा का है. लेकिन आपको बता दे की भारत और अमेरिका के साथ करोबार 8 लाख 91 हजार करोड़ रूपये का था.

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2024 फरवरी तक चीन-भारत के बीच 9 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार हुआ. वहीं, अमेरिका-भारत की बात की जाए तो दोनों के बीच में द्विपक्षीय व्यापार 8 लाख 91 हजार करोड़ रुपए के करीब रहा. कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज मिनिस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, FY 23 में 10 लाख 38 हजार 772 करोड़ रुपये के द्विपक्षीय व्यापार के साथ अमेरिका भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर था. वहीं, 9 लाख 13 हजार 705 करोड़ रुपये के ट्रेड के साथ चीन भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक पार्टनर था. बता दे कि, भारत से चीन को 2024 में फरवरी तक 1 लाख 25 हजार 47 करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट हुआ. वहीं, 7 लाख 78 हजार 161 करोड़ रुपये का चीन से इंपोर्ट हुआ. इस तरह चीन से सबसे ज्यादा आयात किया गया. हालांकि सबसे ज्यादा निर्यात भारत से अमेरिका को हुआ है.

FY 23 के अनुसार FY24 में अप्रैल-फरवरी के बीच टॉप 5 ट्रेड पार्टनर देशों के क्रम में एक और बदलाव हुआ. जिसमे सऊदी अरब को पीछे छोड़कर रूस भारत का चौथा बड़ा ट्रेड पार्टनर बना. वहीं, फरवरी तक 6 लाख 19 हजार करोड़ रुपये के ट्रेड के साथ तीसरे नंबर पर यूनाइटेड अरब अमीरात की पोजीशन कायम रही. जानकारी के अनुसार FY23 में भारत और सऊदी अरब के बीच 4 लाख 23 हजार 843 करोड़ रुपये का ट्रेड हुआ. वहीं, रूस के साथ 3 लाख 99 हजार 466 करोड़ रुपये का आंकड़ा था. लेकिन FY24 में अप्रैल-फरवरी के दौरान 4 लाख 91 हजार 803 करोड़ रुपये के ट्रेड के साथ रूस चौथे स्थान पर आ गया. सऊदी अरब के साथ ट्रेड का आंकड़ा 3 लाख 26 हजार 935 करोड़ रुपये का रहा.

मंदी से बाहर आई इकॉनमी

तीन साल के बाद ब्रिटेन की इकॉनमी मंदी से बाहर निकल आई है। 2024 के जनवरी से मार्च के दौरान ब्रिटेन की इकॉनमी ने 0.6 फीसदी की दर से विकास किया है. ब्रिटेन के नेशनल स्टेटिस्टिक्स ऑफिस के एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 के पहली तिमाही जनवरी से मार्च के दौरान UK की इकॉनमी की GDP ग्रोथ रेट 0.6 फीसदी रही, जबकि साल 2021 की चौथी तिमाही में 1.5 फीसदी के GDP के आंकड़े सबसे ज्यादा है. 2023 की पहली तिमाही में ब्रिटेन की GDP ग्रोथ रेट नेगेटिव में -0.3 फीसदी रही थी। रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में प्रति व्यक्ति GDP में भी दो साल में पहली बार इजाफा देखने को मिला है.

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