हाथरस हादसे का जिम्मेदार कौन, क्या इंतजाम रहे? इन सवालों के जवाब यूपी सरकार की तरफ से गठित एसआईटी ने खोज लिए हैं. 150 लोगों के बयानों के साथ जांच पूरी कर रिपोर्ट गृह विभाग को सौंप दी गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आज ये रिपोर्ट दी जाएगी. इस रिपोर्ट पर सीएम सीनियर अफसरों के साथ चर्चा करेंगे.
एक सप्ताह पूर्व 2 जून, मंगलवार को हाथरस जिले की सिकंदराराऊ तहसील के गांव फुलरई में नारायण साकार विश्व हरि के सत्संग में भगदड़ मचने के बाद 121 लोगों की मौत हो गई थी. हादसे की जांच के लिए यूपी सरकार ने एसआईटी का गठन किया था. एसआईटी ने 300 पेज की अपनी जांच रिपोर्ट में हाथरस के डीएम और एसपी समेत 150 लोगों के बयान दर्ज किए हैं.
किसका क्या रोल, कौन है जिम्मेदार?
एसआईटी की जांच रिपोर्ट में सिलसिलेवार तरीके से बताया गया है कि किस तरह से भगदड़ हुई, क्या इंतज़ाम थे, किसका क्या रोल रहा और घटना के लिए जिम्मेदार कौन है. इन सब बातों का जिक्र इस रिपोर्ट में हैं. आगरा की एडीजी अनुपमा कुलश्रेष्ठ और अलीगढ की डिविजनल कमिश्नर चैत्रा वी ने ये रिपोर्ट तैयार की है. समझा जा रहा है कि इसी रिपोर्ट के आधार पर कोई कार्रवाई हो सकती है. वैसे सीएम योगी आदित्यनाथ इस घटना के लिए पहले ही सेवादारों को जिम्मेदार ठहरा चुके हैं. वे साजिश का शक भी जताते रहे हैं.
अफसरों पर गिर सकती है गाज
सूत्रों के मुताबिक, रिपोर्ट के परीक्षण के बाद दोषी पाए गए अफसर, कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. क्राउड मैनेजमेंट का पर्याप्त इंतजाम न होने से स्थानीय प्रशासन पर गाज गिर सकती है. आयोजन की शर्तों के अनुपालन की भी जांच हुई है. रिपोर्ट में लोकल प्रशासन की जिम्मेदारी दिखाई गई है कि कैसे इतनी भीड़ के बाद भी प्रशासन ने भीड़ के मुताबिक इंतजाम क्यों नहीं किये या करवाए. रिपोर्ट में फिलहाल भोले बाबा की किसी गलती की जिक्र अभी नहीं है.
बाबा के वकील ने किया था ये दावा
हाथरस हादसे के बाद से नारायण साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा फरार हैं. उन के वकील एपी सिंह ने दावा किया है कि हादसे वाले दिन कुछ अराजकतत्वों ने श्रद्धालुओं की भीड़ पर जहरीला स्प्रे किया था, जिसकी वजह से हादसा हुआ. वहीं, शुरूआती मामले में कहा गया था कि सत्संग की समाप्ति के अचानक श्रद्धालुओं की भीड़ नारायण साकार विश्व हरि के काफिले के पीछे उनके चरणों की रज(धूल) लेने के लिए टूट पड़ी थी जिसके बाद हादसा हो गया.
बाबा को मानते हैं परमात्मा
हाथरस हादसे के बाद नारायण साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के कई चमत्कारिक दावे भी सामने आए. उनके अनुयायी उन्हें परमात्मा की उपाधि देते हैं. उनके चरणों की रज और सत्संग में प्रसाद के रूप में मिलने वाले पानी को चमत्कारी मानते हैं. बाबा के मानने वालों में सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं की है. हाथरस हादसे में मारे जाने वालों में सबसे ज्यादा महिलाएं हीं थीं.