श्रिया लोहिया ने मोटरस्पोर्ट्स के इतिहास में अपनी एक खास पहचान बनाई है. वह फॉर्मूला 4 (F4) रेसिंग में हिस्सा लेने वाली भारत की पहली महिला ड्राइवर बनीं. केवल 16 साल की उम्र में उन्होंने भारतीय फॉर्मूला 4 चैम्पियनशिप के उद्घाटन सेशन में हैदराबाद ब्लैकबर्ड्स टीम से प्वाइंट्स स्कोर किए. जो उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. यह टीम भारत की प्रमुख रेसिंग टीमों में से एक है.
श्रिया की मोटरस्पोर्ट्स में करियर की शुरुआत महज 9 साल की उम्र से हुई थी जब उन्होंने कर्टिंग में पार्टिसिपेट किया था. अपनी स्पीड और एक्यूरेसी के कारण उन्होंने जल्दी ही अपनी पहचान बनाई और कई प्रतियोगिताओं में 30 से अधिक पोडियम फिनिश हासिल किए. उनकी निरंतर सफलता और समर्पण ने उन्हें फेडरेशन ऑफ मोटर स्पोर्ट्स क्लब्स ऑफ इंडिया (FMSCI) से चार सम्मान मिल चुके हैं. जो मोटरस्पोर्ट्स की सरकारी संस्था है.
2022 में श्रिया को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया. जो बच्चों को मिलने वाला भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है. यह पुरस्कार मोटरस्पोर्ट्स में उनकी एक्सीलेंस को मान्यता देता है. श्रिया की उपलब्धियां भारत में महिला रेसर्स के लिए एक प्रेरणा बन चुकी हैं. यह साबित करते हुए कि इस पुरुष प्रधान खेल में भी प्रतिभा और संकल्प से सफलता पाई जा सकती है.
मोटरस्पोर्ट्स और पढ़ाई में बैलेंस
श्रिया लोहिया का जन्म हिमाचल प्रदेश के सुंदर नगर में हुआ. वह न केवल मोटरस्पोर्ट्स में सफल हो रही हैं बल्कि अपनी पढ़ाई में भी होमस्कूलिंग के माध्यम से संतुलन बनाए हुए हैं. वर्तमान में वह कक्षा 11 की विज्ञान की छात्रा हैं और दोनों क्षेत्रों में सफलता पाने के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं. उनका सपना है कि वह भारत की कुछ चुनिंदा फॉर्मूला वन ड्राइवरों में से एक बनें और इसके जरिए अन्य युवाओं को मोटरस्पोर्ट्स में करियर बनाने के लिए प्रेरित करें.
फिजिकल फिटनेस को देती हैं बढ़ावा
रेसिंग के अलावा श्रिया एक बहु-प्रतिभाशाली एथलीट भी हैं और उन्हें बास्केटबॉल, बैडमिंटन, पिस्टल शूटिंग, साइक्लिंग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग में खास इंट्रेस्ट है. ये खेल उनके फिजिकल फिटनेस को बढ़ावा देते हैं. ये सब एक पेशेवर रेसिंग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. श्रिया का मोटरस्पोर्ट्स के प्रति जुनून केवल अपने करियर तक सीमित नहीं है वह कई रेसिंग फॉर्मेट्स जैसे फॉर्मूला 1, फॉर्मूला 2, फॉर्मूला 3, फॉर्मूला ई और वर्ल्ड रैली चैम्पियनशिप (WRC) को भी फॉलो करती हैं.
उनकी रेसिंग जर्नी की शुरुआत रोटैक्स मैक्स इंडिया कर्टिंग चैम्पियनशिप में हुई थी. जहां उन्होंने टीम बिरेल एआरटी के साथ प्रतिस्पर्धा की और माइक्रो मैक्स श्रेणी में चौथे स्थान पर आकर अपनी पहचान बनाई. उनके इस असाधारण प्रदर्शन के लिए FMSCI ने उन्हें ‘आउटस्टैंडिंग वुमन इन मोटरस्पोर्ट्स’ पुरस्कार से नवाजा. जिससे वह भारतीय रेसिंग की उभरती हुई स्टार बन गईं.