इन दिनों वसुंधरा ओसवाल (Vasundhara Oswal) का नाम सुर्खियों में हैं, 26 साल की इस लड़की को कथित तौर पर युगांडा में कई मामलों में पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिनमें आर्थिक अपराध और क्रिमिनल केस शामिल हैं. बता दें कि वसुंधरा भारतीय मूल के दिग्गज स्विस उद्योगपति पंकज ओसवाल की बेटी हैं और उन्होंने अपनी बेटी को हिरासत में लिए जाने के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र (UN) में अपील की है.
इस मामले में वसुंधरा हिरासत में पहुंचीं
युगांडा की कुछ मीडिया रिपोर्टों और जारी वीडियो में बताया और दिखाया गया है कि वसुंधरा ओसवाल एक शेफ के अपहरण और उसकी हत्या के मामले से जुड़ी हो सकती हैं, इसके अलावा अन्य लोगों ने धोखाधड़ी के मामलों में भी उसकी कथित संलिप्तता की ओर इशारा किया गया है, जो खासतौर से क्रिप्टोकरेंसी (Cryprotcurrency) स्कीम से जुड़ी है.
ओसवाल ग्रुप में अहम जिम्मेदारी
अब वसुंधरा ओसवाल की प्रोफाइल पर गौर करें, तो इनका जन्म 1999 में हुआ था और इनका पालन पोषण भारत के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया और स्विटजरलैंड में हुआ है. वसुंधरा ने स्विस यूनिवर्सिटी से फाइनेंस में ग्रेजुएशन की डिग्री ली है. Vasundhara Oswal, ओसवाल ग्रुप ग्लोबल का हिस्सा प्रो-इंडस्ट्रीज की एग्जिक्युटिव डायरेक्टर हैं. कंपनी के वेबसाइट के मुताबिक, प्रो-इंडस्ट्रीज अफ्रीका की प्रमुख अत्याधुनिक इथेनॉल प्रोडक्शन फर्म है. खास बात ये है कि वसुंधरा ने अपनी ग्रेजुएशन के दौरान ही इसकी स्थापना की थी.
इसके अलावा, Vasundhara को साल 2023 में ग्लोबल यूथ आइकॉन अवार्ड (Global Youth Icon Award) जैसे पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है.
परिवार ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
वसुंधरा ओसवाल की फैमिली की ओर से सोशल मीडिया (Social Media) पर एक पोस्ट के जरिए दावा किया गया कि वसुंधरा ओसवाल को बेहद ही खराब स्थितियों में रखा गया है और जिस कमरे में उन्हें रहने के लिए मजबूर किया गया है, वो जूतों से भरा हुआ है. इसके अलावा वसुंधरा को नहाने या कपड़े बदलने तक की सुविधा नहीं दी गई है. फैमिली की ओर से पोस्ट में ये भी कहा है कि वो खराब मानसिक स्थिति से गुजर रही है और एंजाइटी अटैक भी आया है. जिस पर युगांडा के अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया है.
1 अक्टूबर को हिरासत में लिया गया था
रिपोर्ट्स के मुताबिक, वसुंधरा को युगांडा में ओसवाल ग्रुप के एक्स्ट्रा-न्यूट्रल अल्कोहल (ईएनए) प्लांट से 20 हथियारबंद लोगों ने हिरासत में लिया था, जिनके पास न तो कोई वारंट था और न ही आइडेंटिटी प्रूफ. उन्हें बीते 1 अक्टूबर 2024 को ही कथित तौर हिरासत में लिया गया है. इसमें कहा गया है कि लोकल अथॉरिटी भी इसमें शामिल है, जो एक लापता आदमी से जुड़ा हुआ है, इस सप्ताह की शुरुआत में पिता Pankaj Oswal ने बेटी को मनमाने ढंग से हिरासत में लिए जाने के खिलाफ यूनाइटेड नेशंस वर्किंग ग्रुप ऑन आर्बिटरी डिटेंशन (WGAD) के समक्ष एक अपील दायर की गई है और बिना किसी देरी के सुनवाई की मांग की गई है.