पेंसिल्वेनिया में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले को डेढ़ महीने हो गए हैं. अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी FBI ने बुधवार को अपनी जांच रिपोर्ट में नए खुलासे किए हैं. 13 जुलाई को पेंसिल्वेनिया की एक रैली में 20 साल के यूवक मैथ्यू क्रूक्स ने ट्रंप पर जानलेवा हमला कर दिया था, जिसमें ट्रंप बाल-बाल बचे थे. लंबी जांच के बावजूद, अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां अभी तक थॉमस मैथ्यू क्रूक्स के इस हमले के पीछे का मकसद पता लगाने में नाकाम रही है.
FBI के पिट्सबर्ग फील्ड ऑफिस के प्रभारी केविन रोजेक ने कहा कि क्रूक्स कई राजनीतिक मौकों पर हमले करने का लगातार प्लान बना रहा था. FBI ने क्रूक्स से जुड़ी कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं, जिसमें हमले के लिए इस्तेमाल होने वाले हथियार हैं.
पहले सा था हमले की फिराक में
केविन रोजेक ने बताया, “जब ट्रंप की रैली का ऐलान किया गया, तो क्रूक्स ने इसको एक अवसर के रूप में देखा.”
जांच से पता चला कि क्रूक्स ने हमले से पहले के महीने में ट्रंप और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन दोनों से संबंधित 60 से ज्यादा ऑनलाइन सर्च किए. साथ ही उसने 6 जुलाई को ट्रंप की सभा में हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन किया, ट्रंप के मंच और इस तरह के पुरान हत्याओं के मामलों की जानकारी हासिल की. रोजेक ने बताया कि क्रूक्स ने ये भी पहली ही पता लगाया कि मंच से ओसवाल्ड कैनेडी की दूरी कितनी है और बटलर फार्म शो में ट्रंप कहां से बोलेंगे.
6 मिनट पहले ही चढ़ा था छत पर
FBI अधिकारी ने ये भी बताया कि ट्रंप के भाषण से महज 6 मिनट पहले ही मैथ्यू क्रूक्स छत पर चढ़ा था. साथ उन्होंने उन दावों को भी खारिज किया कि एक शूटर और उसके साथ था. इसके अलावा जांच में खुलासा हुआ कि क्रूक्स ने सभा से 11 मिनट पहले एक ड्रोन भी उड़ाया था. जिसपर FBI का मानना है कि ये ड्रोन सिक्योरिटी की पॉजिशन को देखने के लिए उड़ाया गया.
FBI की जांच में करीब 1,000 इंटरव्यू और क्रूक्स की ऑनलाइन गतिविधि का गहरा अध्यन किया गया है. फिर भी जांच एजेंसियां उसके हमला करने की वजह का पता नहीं लगा पाए हैं.