बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर अपने लेटेस्ट प्रोजेक्ट, सिग्नेचर के प्रमोशन में बिजी हैं. फिल्म ‘अरविंद’ की कहानी है, जो शादी के 35 साल बाद अपनी पत्नी के गंभीर रूप से बीमार पड़ने से जूझ रहा है. पर्सनल लाइफ में भी अनुपम इसी तरह की सिचुएशन फेस कर चुके हैं.
दरअसल एक्टर की पत्नी किरण खेर ने कैंसर से जंग लड़ी है. वहीं इस बारे में बात करते हुए अनुपम खेर ने कहा कि कैसे उन्होंने अपने किरदार को बेहतर ढंग से करने के लिए पर्सनल एक्सपीरियंस का सहारा लिया था. इस दौरान एक्टर ने ये भी बताया कि आखिर उन्होंने अपनी पत्नी का इलाज विदेश की बजाय भारत में क्यों कराया?
पत्नी किरण खेर की कैंसर से लड़ाई के बारे में की बात
इंडिया टुडे डिजिटल से बातचीत में अनुपम खेर ने बताया कि कैसे फिल्म के कुछ सीन उनकी आत्मा की गहराई से बात करते हैं. हालांकि, एक प्रोफेशनल की तरह, अनुपम ने उन भावनाओं को खुद पर हावी होने देने के बजाय उन्हें अपने परफॉर्मेंस में शामिल करने का फैसला किया था. एक्टर ने कहा, “इस फिल्म की शूटिंग के दौरान, कुछ ऐसे सीन थे जिनका मैंने अभिनय किया, जिन्हें मैंने पर्सनल लेवल पर पहचाना था. मेरी पत्नी किरण अस्वस्थ थीं और उनका कैंसर का इलाज चल रहा था, इसलिए उन भावनाओं को सेल्युलाइड पर लाना उस एक्सपीरियंस से आया. मुझे लगता है कि यह मेरी पर्सनल लाइफ की सिचुएशनल का परिणाम है जिसने मुझे इस भूमिका को अच्छे से निभाने में मदद की.”
विदेश की बजाय देश में कराएं कैंसर का इलाज
अनुपम ने आगे इस बात पर भी जोर दिया कि विदेश में इलाज कराने की बजाय अपने देश में ट्रीटमेंट कराएं. एक्टर ने कहा, “हमारे देश में कुछ अद्भुत डॉक्टर हैं और जिस तरह महिमा ने हिना खान को हमारे ही देश में इलाज कराने की सलाह दी, मैं भी इसकी पुरजोर वकालत करता हूं. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि मुझे ऋषि कपूर से तब मिलना याद है जब वे अस्वस्थ थे. एक साल तक चिंटू जी अमेरिका में थे और जब हम मिले तो उन्होंने बताया कि उनके लिए अपने घर और परिवार के बाकी सदस्यों से दूर इलाज कराना कितना मुश्किल था.”
किरण खेर के इलाज में अनिल अंबानी ने निभाई थी अहम भूमिका
अनुपम के मुताबिक, किरण शुरुआत में अपने इलाज के लिए विदेश भी गई थीं. हालांकि, यह अनिल अंबानी ही थे जिन्होंने अपना समर्थन देने और उन्हें घर लाने के लिए कदम बढ़ाया. अनुपम ने अपना आभार व्यक्त करते हुए कहा, “श्री अनिल अंबानी ने भी किरण को वापस लाने के लिए अपना विमान भेजा और यहीं भारत में उनका इलाज कराया. यह कुछ ऐसा है जिसकी मैं काफी सराहना करता हूं क्योंकि यह बहुत दयालु हैं.”