Vayam Bharat

Jodhpur Communal Violence Reason: जोधपुर में सांप्रदायिक तनाव क्यों भड़का? क्या था वो समझौता जिसके टूटने पर डेढ़ घंटे तक हुई पत्थरबाजी

Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर जिले में शुक्रवार रात सांप्रदायिक तनाव क्यों भड़का? ऐसा क्या हुआ कि दो समुदाय के लोग सड़कों पर आ गए और एक दूसरे पर करीब डेढ़ घंटे तक ईंट-पत्थर और कांच की बोतले फेंकते रहे? इन सवालों का जवाब जानने के लिए आपको 15 साल पहले हिंदू और अल्पसंख्यक समाज के लोगों में हुए एक समझौते को समझना होगा, जिसके टूटने पर इस पूरे विवाद की शुरुआत हुई, जो देखते ही देखते हिंसा में तब्दील हो गई.

Advertisement

मंदिर के सामने गेट खोलने पर विवाद

सूरसागर इलाके के राजाराम सर्किल के पास हुई इस हिंसा का कारण ईदगाह के पीछे की तरफ बनाया जा रहा एक गेट है. इस गेट के निर्माण को लेकर करीब 15 साल पहले भी विवाद हुआ था, जिसके बाद इसके निर्माण पर रोक लगा दी गई थी. लेकिन कल शाम उस समझौते को तोड़ दिया गया. हनुमान मंदिर के सामने ईदगाह का गेट खोलने की खबर हिंदू समाज के लोगों को पता चलते ही वो इसका विरोध करने पहुंच गए. कुछ देर की गहमागहमी के बाद गेट हटाने पर सहमति बन गई. हालांकि अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लोगों को यह फैसला पसंद नहीं आया और देर रात वो सड़कों पर उतर आए. इसके बाद दोनों समुदाय के लोगों में करीब डेढ़ घंटे तक पत्थरबाजी हुई. इस दौरान एक दुकान और एक ट्रैक्टर को आग लगा दी गई. जबकि एक जीप में तोड़फोड़ की गई.

दो समुदाय के बीच हुए इस झगड़े में लाजवंती गहलोत ने अपनी एक आंख की रोजनी गवां दी. उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात करीब 9:30 बजे उनका पोता घर के बाहर खेल रहा था. इस दरमियान बाहर से तेज आवाजें आने लगीं. जब वह अपने पोते को लेने के लिए बाहर आईं तो अचानक ही एक पत्थर आकर उनकी आंख पर लगा. इसके बाद घर वाले उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने बताया कि उनकी आंख की रोशनी चली गई है. इसके बाद शनिवार को सूरसागर थाने में पहुंचकर लाजवंती गहलोत में अपने बयान दर्ज करवाए. इसके बाद पुलिस उन्हें एमएलसी करवाने के लिए अस्पताल ले गई.

ताजा अपडेट की बात करें तो इस वक्त सूरसागर क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है. इलाके के हर गली-मोहल्ले में भारी पुलिसबल और आरएसी की टीमें तैनात हैं. ड्रोन की मदद से छत पर बैठकर पत्थर फैंकने वाले आरोपियों के घरों की पहचान की जा रही है. सीसीटीवी की मदद से मिल रहे सबूतों के आधार पर पुलिस लोगों के घरों में दबिश दे रही है, और उन्हें पकड़कर थाने भेज रही है. जांच के दौरान इलाके के कुछ सीसीटीवी ऐसे भी मिले हैं जिनके अज्ञात लोगों ने तार काट दिए हैं. हालांकि पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है. शुक्रवार देर रात तक स्थिति पर काबू पा लिया गया, लेकिन इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है.

जोधपुर पश्चिम के पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार यादव ने बताया कि बीते रात हुए इस तनाव में दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. हमने दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर दो एफआईआर दर्ज की हैं. इन एफआईआर में कुल 200 लोगों के नाम हैं. अब तक कुल 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें से 7 हिंदू समुदाय से हैं. शेष संदिग्धों को पकड़ने के लिए पुलिस इलाके में छापेमारी कर रही है. इस वक्त स्थिति कंट्रोल में है. लेकिन अभी भी यहां तनाव बरकरार है. ऐसे में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए महिला पुलिसकर्मियों समेत भारी पुलिस जाप्ते ही इलाके में तैनाती की गई है.

Advertisements