केरल के बीजेपी अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भारत के हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि झूठ के लिए संविधान का दुरुपयोग न करें, बल्कि संविधान का पहले अध्ययन कर लें.
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि अगर संसद सदस्यों (MPs) को कानूनी कार्रवाई से सुरक्षा न मिली होती, तो संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान जो ‘झूठ और सांप्रदायिक नफरत’ कांग्रेस के सांसदों ने फैलाई, उसके लिए उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ता.
बीजेपी नेता ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि राहुल गांधी, सभी के साथ मिलकर संविधान का गलत प्रचार कर रहे हैं, ये वाकई में भारत के हितों के खिलाफ काम करने जैसा है. उन्होंने कहा कि मैं उसने कहना चाहता हूं कि अपने झूठ के लिए संविधान का गलत इस्तेमाल न करें, बल्कि इसके बारे में पहले ठीक से पूरा अध्ययन कर लें.
चंद्रशेखर ने कहा कि वक्फ कानून और इसके पिछले संशोधन को कांग्रेस सरकार में तुष्टिकरण की राजनीति के तहत लाया गया था. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वक्फ संशोधन विधेयक के जरिए मुस्लिम समुदाय के लोगों के संपत्ति अधिकारों की बहाली और गरीबों की ओर से वक्फ संपत्तियों के सही इस्तेमाल करने का रास्ता बनाया है.
वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गई है और अब ये नया कानून बन गया है. विधेयक को राज्यसभा में 128 वोट पक्ष में और 95 वोट के विरोध में मंजूरी दी गई. इससे पहले, लोकसभा ने इसे 288 सदस्यों के समर्थन से पारित किया था, जबकि 232 ने इसके खिलाफ मतदान किया था.
आने वाले समय में दूसरे समुदायों को बनाएंगे निशाना
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि वक्फ विधेयक पारित होने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अब अपना ध्यान कैथोलिक चर्च की जमीनों पर केंद्रित कर लिया है. राहुल गांधी ने कहा कि मैंने कहा था कि वक्फ विधेयक अभी मुसलमानों पर हमला करता है, लेकिन भविष्य में दूसरे समुदायों को निशाना बनाने के लिए एक मिसाल कायम करता है. आरएसएस को ईसाइयों की ओर अपना ध्यान केंद्रित करने में ज्यादा समय नहीं लगा.
राजीव गांधी ने कहा कि संविधान ही एकमात्र ऐसा कवच है जो हमारे लोगों को ऐसी चीजों से बचाता है. इसकी रक्षा करना हमारा सामूहिक कर्तव्य है, जिस दिन लोकसभा ने विधेयक पारित किया था, राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस, भाजपा और उनके सहयोगियों ने संविधान पर यह हमला मुसलमानों को निशाना बनाकर किया जा रहा है, लेकिन आने वाले समय में दूसरे समुदाय के लोगों को निशाना बनाने के लिए यह एक मिसाल कायम कर दिया है.