मध्य प्रदेश के छतरपुर (Chhatarpur) में बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) में एक व्यक्ति ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को उनके जन्मदिन पर हेलमेट गिफ्ट किया. दरअसल, यह शख्स हेलमेट लेकर भीड़ के बीच पहुंचा था. धीरेंद्र शास्त्री की नजर पड़ी तो उन्होंने तत्काल अपने पास बुला लिया और हेलमेट बाला गिफ्ट लेकर पहन लिया. इसके बाद उन्होंने गिफ्ट लाने बाले शख्स से उसके बारे में पूरी जानकारी ली.
गिफ्ट में हेलमेट लाने वाले शख्स ने धीरेंद्र शास्त्री से कहा कि मेरा नाम बलवीर है और मैं मुगारी गांव में रहता हूं. पल्लेदारी का काम करता हूं. मैंने आपको हेमलेट इसलिए भेंट किया, क्योंकि जब आप कथा करने जाते हो तो गाड़ी से उतरते वक्त लोग आपको फूल फेंककर मारा करते हैं, जो आपको लग जाते हैं. इसलिए हमें लगा कि आपको जन्मदिन पर हेमलेट दिया जाए, ताकि आप जब भी कथा करने जाएं तो गाड़ी से उतरने के बाद हेमलेट लगा लें. इससे लोगों के द्वारा फेंके गए फूल आपको नहीं लगेंगे.
बलवीर की ये बातें सुनकर धीरेंद्र शास्त्री भावुक हो गए और बोले कि जो व्यक्ति आपकी इतनी चिंता करे, वो अपने पिता सामान है. इसलिए बलवीर अपने दोनों हाथ मेरे सिर पर रखो और दो आशीर्वाद कि हमारी रक्षा बनी रहे. इसके बाद बलवीर ने दोनों हाथ धीरेंद्र शास्त्री के सिर पर रखे.
धीरेंद्र शास्त्री ने मंच से कहा कि यह वीडियो जरूर दिखाना, क्योंकि जो लोग फूल, नारियल मारते हैं, उन्हें महसूस होना चाहिए कि तुम जरूर पीटने का काम करना चाहते हो, मगर बचाने वाला रक्षक बाप भी जिंदा है. इसके साथ ही धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बलवीर से को अपनी एक फोटो दी, जिसमें उन्होंने ऑटोग्राफ भी दिया और साथ में एक टेडी बीयर के अलावा ड्राई फ्रूट्स का डिब्बा भी भेंट किया.
धीरेंद्र शास्त्री ने सुरक्षा में लगे सिक्योरिटी गार्ड्स और सेवादारों से कहा कि बलवीर को अच्छे से पहचान लो, जब भी ये हमसे मिलने आएं, इन्हें सीधे एंट्री देना, कोई भी नहीं रोकना. इसके बाद बलवीर ने खुश होकर धीरेंद्र शास्त्री को जन्मदिन की बधाई दी.