छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में चरित्र पर संदेह के कारण एक पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। राजपुर थाना क्षेत्र के इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार, सीताराम (35) की शादी 2015 में सुनिता पैकरा से हुई थी। दंपती के तीन बच्चे भी हैं। पति अक्सर पत्नी के चरित्र पर शक करता था, जिससे घर में विवाद होते रहते थे। 27 अगस्त को फिर विवाद हुआ और आरोपी ने तालाब के पास पत्नी का गला सफेद प्लास्टिक की रस्सी से घोंट दिया। इसके बाद शव को तालाब में फेंक दिया। ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने शव बरामद किया।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण गला घोंटना ही पाया गया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी के खिलाफ धारा 103(1), 238 के तहत केस दर्ज किया गया और कोर्ट में पेश करने के बाद उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। तीन बच्चों के सामने मां के अचानक गायब होने और फिर मौत की खबर से परिवार और गांव दोनों सदमे में हैं। पुलिस के अनुसार आरोपी लंबे समय से पत्नी पर शक करता था और इसी शक ने यह हत्या की वारदात करा दी।
पुलिस ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया है कि बच्चों की देखरेख के लिए सामाजिक और प्रशासनिक मदद उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं, गांव के लोगों ने भी इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने और पारिवारिक विवादों के समाधान के लिए जागरूकता बढ़ाने की बात कही।
यह घटना समाज में अविश्वास और शक के खतरनाक अंजाम की ओर इशारा करती है। घरेलू कलह और आपसी अविश्वास जब संवाद और समझ के बिना बढ़ता है तो उसकी परिणति कभी-कभी इस तरह के अपराध में होती है। बलरामपुर की यह वारदात न केवल तीन बच्चों को मां से वंचित कर गई, बल्कि पूरे परिवार को टूटने पर मजबूर कर गई।