उज्जैन में आयोजित एक जनसुनवाई के दौरान डिप्टी कलेक्टर की पत्नी ने अपने पति पर कई गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि उनके पति सरकारी पद का दुरुपयोग कर विदेशों में अय्याशी और अवैध संपत्ति अर्जित करने में संलिप्त हैं। उन्होंने बताया कि उनके पति थाईलैंड, दुबई और अन्य देशों की यात्राएं करते हैं, जबकि ये यात्राएं सरकारी अनुमति के बिना होती हैं।
तबस्सुम बानो ने बताया कि उनके पति ने विभिन्न शहरों में मकान, दुकान और बंगले खरीदे हैं, जो उनकी आय के स्रोत के अनुरूप नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह संपत्ति अवैध तरीके से अर्जित की गई है और इसमें भ्रष्टाचार की संभावनाएं निहित हैं। उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि उनके पति ने दूसरी महिलाओं के साथ अवैध संबंध बनाए और उन्हें जान से मारने की धमकी दी।
तबस्सुम ने इस संबंध में पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन आरोपों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने उज्जैन में जनसुनवाई में अपनी शिकायत प्रस्तुत की और अधिकारियों से न्याय की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो उनके परिवार को और भी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
इस मामले में लोकायुक्त ने 2024 में ही डिप्टी कलेक्टर के खिलाफ रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच शुरू की थी। हालांकि अब तक कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया है। अधिकारियों ने कहा है कि जांच गंभीरता से जारी है और सभी तथ्य सामने आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
जनसुनवाई में उपस्थित नागरिकों ने भी इस मामले पर चिंता व्यक्त की और कहा कि ऐसे मामले प्रशासन की छवि को प्रभावित करते हैं। उन्होंने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
इस घटना ने उज्जैन में प्रशासनिक स्तर पर एक बार फिर से सवाल खड़ा कर दिया है। जनता का मानना है कि सरकारी पद का दुरुपयोग और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए पारदर्शी और त्वरित कार्रवाई जरूरी है।