भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष के बदलाव को लेकर चर्चाएं एक बार फिर से तेज हो गई है. क्योंकि अगले महीने राजस्थान के जोधपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की 5 से 7 सितंबर तक तीन दिवसीय समन्वय बैठक आयोजित होने जा रहा है. सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में नए बीजेपी अध्यक्ष के नाम को लेकर भी चर्चा हो सकती है.
इस तीन की बैठक में बीजेपी और आरएसएस के दिग्गज नेता शामिल होने जा रहे हैं. बैठक में आरएसएस के प्रमुख प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, सह सरकार्यवाह, राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के सदस्य और सभी कोऑर्डिनेटर मौजूद रहेंगे. वहीं बीजेपी की ओर से जेपी नड्डा, बीएल संतोष, सुनील बंसल, सौदान सिंह, शिवप्रकाश और वी सतीश जैसे नेता शामिल होंगे.
इसके अलावा आरएसएस के उप-संगठनों के प्रमुख और आरएसएस के मेंबर्स भी इस अहम बैठक में शामिल होंगे. इसके अलावा, 32 संगठनों के प्रतिनिधि, जिनमें ABVP, भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ, स्वदेशी जागरण मंच, वनवासी कल्याण और सेवा समिति शामिल हैं. सभी संगठन अपनी एक साल की रिपोर्ट पेश करेंगे.
समकालीन विषयों पर भी मंथन
इस बैठक में समकालीन (वर्तमान समय से संबंधित समस्याओं) पर चर्चा की जाएगी, जिनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ़ नीति और rss शताब्दी वर्ष कार्यक्रमों की तैयारियां शामिल हैं.
मोहन भागवत दिल्ली में भी करेंगे संवाद
आरएसएस के मुखिया मोहन भागवत इससे पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 26 और 28 अगस्त को दिल्ली के विज्ञान भवन में विभिन्न क्षेत्रों के मशहूर व्यक्तियों से मुलाकात करेंगे. साथ ही 28 अगस्त को वे दो दिन में लिखित रूप से पूछे गए सवालों के जवाब भी देंगे.
आइए बीजेपी के अध्यक्ष चुने जाने की प्रक्रिया के बारे में समझते हैं
बीजेपी का अध्यक्ष बनने के लिए जरूरी है कि वह पार्टी के साथ न्यूनतम 15 सालों से जुड़ा हुआ है. अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है और कोई भी शख्स 2 बार से ज्यादा अध्यक्ष नहीं बन सकता है. आधे राज्यों में अध्यक्ष के चुनाव बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया शुरू की जाती है. सहमति या चुनाव के जरिए चयन की प्रक्रिया को पूरा किया जाता है. अध्यक्ष के नाम पर अंतिम फैसला केंद्रीय समिति करती है. बीजेपी में एक व्यक्ति-एक पद लागू है.
अब तक कौन-कौन रह चुके हैं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष?
1980 से लकेर 1986 तक अटल बिहारी वाजपेयी, 1986 से लकेर 1991 लालकृष्ण आडवाणी, 1991 से लकेर 1993 तक मुरली मनोहर जोशी, 1993 से लकेर 1998 तक लालकृष्ण आडवाणी, 1998 से लकेर 2000 तक कुशाभाऊ ठाकरे, 2000 से लकेर 2001 तक बंगारू लक्ष्मण, 2001 से लकेर 2002 तक जेना कृष्णमूर्ति, 2002 से लकेर 2004 तक वेंकैया नायडू, 2004 से लकेर 2006 तक लालकृष्ण आडवाणी, 2006 से लकेर 2009 तक राजनाथ सिंह, 2009 से लकेर 2013 तक नितिन गडकरी, 2013 से लकेर 2014 तक राजनाथ सिंह, 2014 से लकेर 2020 तक अमित शाह और 2020 से अब तक जेपी नड्डा हैं.