अमेरिका का ग्रीन कार्ड हासिल करना हमेशा से कई लोगों के लिए एक सपने जैसा रहा है. हालांकि, ट्रंप सरकार के दौरान यह चर्चा जोर पकड़ रही हैं अमेरिका में अब प्रवासियों के लिए अवसर सीमित हो सकते हैं.
सैन फ्रांसिस्को में रहने वाले भारतीय मूल के अरविंद श्रीनिवास, जो Perplexity AI के सीईओ हैं. श्रीनिवास ने तीन साल से अपनी ग्रीन कार्ड प्रक्रिया का इंतजार कर रहे हैं. इसी उधेड़बुन में गुजरते हुए कि ग्रीन कार्ड मिलेगा या नहीं, उन्होंने अपनी बात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जाहिर की.
श्रीनिवास का बना दिन
इस पोस्ट पर दुनिया के सबसे बड़े अरबपतियों में से एक एलन मस्क ने बेहद सादगी से सिर्फ ‘Yes’ लिखा. मस्क का यह एक शब्द सोशल मीडिया पर छा गया. श्रीनिवास ने इस पर रेड हार्ट और फोल्डेड हैंड इमोजी के साथ अपना आभार भी व्यक्त किया.
‘अमेरिका में क्रिमिनल्स को एंट्री देना आसान’
यह पहली बार नहीं है जब मस्क ने श्रीनिवास का समर्थन किया हो. कुछ दिनों पहले, मस्क ने अमेरिका की जटिल इमिग्रेशन प्रक्रिया पर भी अपनी निराशा व्यक्त की थी. उन्होंने कहा था कि अमेरिका में क्रिमिनल्स को एंट्री देना आसान है, लेकिन नोबेल पुरस्कार विजेताओं और टैलेंटेड प्रोफेशनल्स के लिए यह मुश्किल.
कौन हैं अरविंद श्रीनिवास?
Perplexity AI के फाउंडर अरविंद श्रीनिवास ने 2022 में इस कंपनी की शुरुआत की थी. IIT मद्रास से पढ़े श्रीनिवास OpenAI के पूर्व रिसर्च साइंटिस्ट हैं और उन्होंने Google और DeepMind जैसे बड़े टेक संस्थानों में भी काम किया है. उनकी कंपनी को जेफ बेजोस जैसे बड़े निवेशकों का समर्थन भी मिला है.एलन मस्क का यह सपोर्ट न केवल वायरल हो रहा है बल्कि इमिग्रेशन सिस्टम पर भी नई बहस छेड़ रहा है. अब देखना यह होगा कि श्रीनिवास के ग्रीन कार्ड मामले में यह चर्चा क्या असर डालती है.
क्या होता है ग्रीन कार्ड?
ग्रीन कार्ड, जिसे आधिकारिक रूप से पर्मानेंट रेसिडेंट कार्ड कहा जाता है. ये एक ऐसा दस्तावेज है जो किसी शख्स को अमेरिका में स्थायी रूप से रहने और काम करने का अधिकार देता है. यह कार्ड उन विदेशी नागरिकों को जारी किया जाता है जो अमेरिका में लंबे समय तक रहना चाहते हैं और नागरिकता के लिए पात्रता की ओर बढ़ना चाहते हैं.