अमेरिका में शुक्रवार को पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद बाइडेन से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी वापस लेने की मांग हो रही है. दरअसल, शुक्रवार को डोनाल्ड ट्रम्प से हुई बहस में वे बेहद कमजोर नजर आए.
अमेरिका के ज्यादातर मीडिया हाउस ने डिबेट में ट्रम्प को ही विजेता घोषित किया. अब मांग हो रही है कि उप-राष्ट्रपति और भारतवंशी कमला हैरिस को ही डेमोक्रेटिक पार्टी से उम्मीदवार बनाया है.
हैरिस फिलहाल बाइडेन की रनिंग मेट हैं यानी फिर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं. दरअसल, डेमोक्रेटिक पार्टी ने अब तक आधिकारिक तौर पर बाइडेन की उम्मीदवारी की घोषणा नहीं की है. ऐसे में वे उम्मीदवार बदल सकते हैं.
बाइडेन को हटाने के लिए पार्टी को नियम बदलने पड़ेंगे
हालांकि, बाइडेन इस साल की शुरुआत में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी का चुनाव जीत गए थे। इसका मतलब ये है कि 19 अगस्त को शिकागो में होने वाले डेमोक्रेटिक पार्टी के कन्वेंशन में डेलीगेट्स को बाइडेन को वोट करना होगा। अगर वे बाइडेन को वोट नहीं करना चाहते तो पार्टी को वोटिंग के नियमों में बदलाव करना पड़ेगा। फिलहाल जो नियम हैं उनके मुताबिक पार्टी डेलीगेट्स उम्मीदवारी जीतने वाले प्रत्याशी को ही वोट कर सकते हैं।
द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक अगर अब बाइडेन की उम्मीदवारी वापस ली जाती है, तो यह अमेरिका के इतिहास में पहली बार होगा, जब कोई पार्टी ऐसा कदम उठाएगी. ऐसे में इस बात की संभावना जताई जा रही है कि बाइडेन खुद ही राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से अपना नाम वापस ले लें.
हालांकि, इसकी उम्मीद कम हैं. डिबेट के बाद नॉर्थ कैरोलिना में पार्टी के एक कार्यक्रम में बोलते हुए बाइडेन ने जोशीला भाषण दिया. उन्होंने कहा, ‘मैं अब जवान नहीं हूं, मैं उतनी आसानी से नहीं चल पाता जितनी आसानी से पहले चलता था. पहले की तरह बोलता नहीं, बहस नहीं करता. पर मैं सच बोलना जानता हूं, मैं सही और गलत जानता हूं, मुझे पता है राष्ट्रपति का काम कैसे करना है. मैं करोड़ों अमेरिकियों की तरह गिरकर उठना जानता हूं.