IPL 2026 सीज़न से पहले ट्रेडिंग विंडो जल्द ही खुलने वाली है. इस बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है. चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की नजरें राजस्थान रॉयल्स (RR) के कप्तान और स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज़ संजू सैमसन पर हैं. हालांकि अभी तक दोनों फ्रेंचाइजियों के बीच कोई औपचारिक बातचीत नहीं हुई है, लेकिन CSK के एक सीनियर अधिकारी ने पुष्टि की है कि वे सैमसन को अपनी टीम में शामिल करने में रुचि रखते हैं. ये चर्चा इसलिए भी अहम है क्योंकि सीएसके के कप्तान एमएस धोनी के अगले सीजन खेलने की उम्मीदें अभी स्पष्ट नहीं हैं.
CSK ने जताई दिलचस्पी
Cricbuzz से बात करते हुए CSK के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हम निश्चित रूप से संजू में रुचि रखते हैं. वह एक भारतीय बल्लेबाज हैं, जो कीपर भी हैं और ओपनर भी. अगर वह उपलब्ध होते हैं, तो हम उन्हें अपनी टीम में शामिल करने के विकल्प पर जरूर विचार करेंगे.’ हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि किस खिलाड़ी के बदले यह ट्रेड होगा, इस पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
सैमसन की कीमत और संभावित ट्रेड
संजू सैमसन को राजस्थान रॉयल्स ने IPL 2025 सीजन के लिए ₹18 करोड़ में रिटेन किया था. इसी राशि पर CSK ने रुतुराज गायकवाड़ को भी रिटेन किया है, ऐसे में माना जा रहा है कि अगर ट्रेड हुआ तो वह एक बराबर की डील हो सकती है. लेकिन CSK कोच स्टीफन फ्लेमिंग पहले ही कह चुके हैं कि गायकवाड़ को दीर्घकालिक कप्तान के रूप में देखा जा रहा है, इसलिए उनका ट्रेड होना संभव नहीं दिखता.
अन्य टीमें भी लाइन में
सूत्रों के मुताबिक, CSK अकेली टीम नहीं है जो संजू सैमसन को अपने पाले में करना चाहती है. दो अन्य फ्रेंचाइजियों ने भी राजस्थान रॉयल्स से संपर्क किया है. RR प्रबंधन ने हाल ही में लंदन में IPL 18 सीज़न की समीक्षा बैठक की थी, जिसमें राहुल द्रविड़ भी मौजूद थे. इस बैठक में संजू सैमसन समेत कई खिलाड़ियों पर आए ट्रेड प्रस्तावों की चर्चा हुई.
RR के पास दो विकेटकीपर-बल्लेबाज़
राजस्थान रॉयल्स के पास संजू सैमसन के अलावा ध्रुव जुरेल जैसे युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज़ भी मौजूद हैं. ऐसे में अगर टीम को सैमसन के लिए कोई बड़ा ऑफर मिलता है तो वे उस पर विचार कर सकते हैं, लेकिन केवल एक “बराबरी का विकल्प” मिलने पर ही.
IPL ट्रेडिंग विंडो नियम
* IPL 2025 खत्म होने के 7 दिन बाद से लेकर 2026 ऑक्शन से 7 दिन पहले तक खिलाड़ी ट्रेड किए जा सकते हैं.
* किसी सीजन में एक खिलाड़ी केवल एक बार ही ट्रेड हो सकता है.
* ट्रेड तभी संभव होगा जब खिलाड़ी फिट हो और सभी मेडिकल प्रक्रियाएं पूरी हों.
* विदेशी खिलाड़ियों के लिए संबंधित क्रिकेट बोर्ड से NOC लेना अनिवार्य है.
* किसी भी ट्रेड में लीग फीस के अतिरिक्त कोई अलग भुगतान खिलाड़ी या टीम को नहीं किया जा सकता.