बिहार (Bihar) में मकर संक्रांति के मौके पर हर साल की तरह चूड़ा-दही भोज इस बार भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का मौज़ू बना हुआ हैं. आरजेडी, एलजेपी (R) और कांग्रेस सहित तमाम राजनीतिक दल और नेता अपने-अपने पार्टी कार्यालयों और आवासों पर इस पारंपरिक भोज का आयोजन कर रहे हैं. इसी के साथ सियासी गलियारों में भोज को लेकर बयानबाजी भी चल रही है.
आरजेडी विधायक तेज प्रताप यादव ने नीतीश कुमार पर किए गए सवाल पर जवाब देते हुए कहा, “नीतीश कुमार को मकर संक्रांति का न्योता देने का मन नहीं है. उनको घर एंट्री नहीं करने देंगे.”
बिहार में हो रहे दही-चूड़ा भोज में सबसे अहम आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के 10, सर्कुलर रोड आवास पर होने वाला चूड़ा दही का कार्यक्रम है. राबड़ी आवास पर लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है. इसके साथ ही चिराग पासवान के घर पर हुए भोज की भी खूब चर्चा हो रही है.
लालू ने चुनिंदा नेताओं को दिया न्योता
जानकारी के मुताबिक, लालू यादव अपने आवास पर पार्टी के कुछ चुनिंदा नेताओं को ही आमंत्रित किया है. कुछ साल पहले तक लालू का घर चूड़ा दही भोज के लिए पार्टी के नेता, कार्यकर्ता और आम लोगों के लिए भी खुला रहता था, लेकिन अब हालात बदले हुए हैं और इसीलिए पिछले साल की तरह इस साल भी पार्टी के कुछ चुनिंदा नेताओं के लिए ही चूड़ा दही भोज का आयोजन किया गया है.
चिराग के दफ्तर पहुंचे नीतीश कुमार
चिराग पासवान के निमंत्र पर CM नीतीश कुमार दही-चूड़ा भोज में पहुंचे. जानकारी के मुताबिक, नीतीश कुमार ने भोज में आने का वक्त 12 बजे का दिया था लेकिन वे सुबह दस बजे ही पहुंच गए थे. ऐसे में प्रदेश कार्यालय में चिराग पासवान मौजूद नहीं थे. चिराग पासवान के बदले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष मौजूद रहे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करीब 10 मिनट तक चिराग पासवान के कार्यालय में रुके, उसके बाद वहां से निकल आए.