प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को हैदराबाद हाउस में अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंकाल्वेस लौरेंको से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय बैठक भी की और पीएम मोदी ने कहा कि मैं राष्ट्रपति लोरेंसू और उनके शिष्टमंडल का भारत में हार्दिक स्वागत करता हूं. यह एक ऐतिहासिक पल है.
संयुक्त प्रेस वक्तव्य जारी करने के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि 38 वर्षों के बाद, अंगोला के राष्ट्रपति की भारत यात्रा हो रही है. उनकी इस यात्रा से, न केवल भारत-अंगोला संबंधों को नई दिशा और गति मिल रही है, बल्कि भारत और अफ्रीका साझेदारी को भी बल मिल रहा है. प्रधानमंत्री ने पहलगाम हमले का जिक्र किया और कहा कि हम एकमत हैं कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
आतंकियों के पनाहगारों को कड़ी चेतावनी
आतंकियों के मददगारों को कड़ी चेतावनी देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम आतंकवादियों और उनके मददगारों के खिलाफ कठोर और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में समर्थन देने के लिए हम अंगोला का धन्यवाद करते हैं.’ पीएम मोदी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के प्रति राष्ट्रपति लोरेंसू और अंगोला की संवेदनाओं के लिए उनका आभार व्यक्त किया.
अंगोला को मदद करने का ऐलान करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी है कि अंगोला की सेनाओं के आधुनिकीकरण के लिए 200 मिलियन डॉलर की डिफेन्स क्रेडिट लाइन को स्वीकृति दी गई है. रक्षा प्लेटफॉर्म्स के repair और overhaul और सप्लाई पर भी बात हुई है.अंगोला की सशस्त्र सेनाओं की ट्रेनिंग में सहयोग करने में हमें खुशी होगी’