केंद्र सरकार को रेलवे में युवाओं को अधिक से अधिक अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध बताते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि रेलवे में 58,642 रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है. रेल मंत्री ने लोकसभा में रेल (संशोधन) विधेयक-2024 पर सदन में हुई चर्चा का जवाब देते हुए यह बात कही. उनके जवाब के बाद सदन ने विधेयक को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में रेलवे नौजवानों को अधिक से अधिक अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने बताया कि यूपीए सरकार के दौरान 4,11,000 लोगों को रेलवे में नौकरी मिली थी, जबकि मोदी सरकार में 5,02,000 युवाओं की भर्ती की गई है. उन्होंने यह भी बताया कि रेलवे में इस समय 58,642 रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है.
बिना किसी गड़बड़ी के हो रहे एग्जाम
रेलवे में भर्ती परीक्षाओं के बारे में बात करते हुए अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इन परीक्षाओं में अब तक किसी भी प्रकार के प्रश्नपत्र लीक की शिकायत नहीं आई है. ये परीक्षाएं सुगमता से आयोजित हो रही हैं. इसके अलावा, दशकों पुरानी मांग के अनुरूप वार्षिक कलैंडर के अनुसार भर्ती हो रही है.
निजीकरण के सवाल पर भड़क गए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
4 दिसंबर को लोकसभा में चर्चा के दौरान विपक्षी दलों के कुछ सदस्यों ने सरकार पर रेलवे के निजीकरण का आरोप लगाया था. इस पर अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कई सदस्यों ने निजीकरण होने का विमर्श बनाने की कोशिश की. कृपया फर्जी विमर्श बनाने की कोशिश मत करिए. आपका संविधान वाला फर्जी विमर्श विफल हो चुका है. अब कोई फर्जी विमर्श नहीं गढ़ें. उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे के निजीकरण का कोई प्रश्न नहीं है. यह विषय राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए.
हमारी सरकार में बढ़ा रेल बजट
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में रेलवे का बजट 25-30 हजार करोड़ रुपए से बढ़ाकर 2.52 लाख करोड़ रुपए कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में 31,000 किलोमीटर नई पटरियां बिछाई गई हैं और 15,000 किलोमीटर रेलवे पटरियों पर सुरक्षा प्रणाली ‘कवच’ लगाया जा रहा है. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इतने सारे काम बाकी देशों की तुलना में केवल पांच साल में करना कोई मामूली बात नहीं है.