मणिपुर के बीजेपी विधायक और मुख्यमंत्री के दामाद राजकुमार इमो सिंह ने सोमवार (2 सितंबर) केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर मणिपुर से केंद्रीय बलों को वापस बुलाने की मांग की. बीजेपी विधायक का आरोप है ज्यादातर सुरक्षा बल मूकदर्शक के रूप में मौजूद रहते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी विधायक राजकुमार इमो सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री के लिखे एक पत्र में केंद्र से अनुरोध किया कि यदि वे सोमवार को जारी हिंसा को प्रभावी ढंग से रोकने में असमर्थ हैं, तो राज्य से केंद्रीय बलों को वापस बुला लें.
BJP विधायक राजकुमार इमों सिंह ने यह भी सुझाव दिया कि जातीय संघर्ष से प्रभावित राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास में केंद्र को राज्य सुरक्षा कर्मियों को कार्यभार संभालने की अनुमति देनी चाहिए. उन्होंने लिखा, “मणिपुर में लगभग 60,000 केंद्रीय बलों की मौजूदगी शांति स्थापित नहीं कर पा रही है, इसलिए ऐसे बलों को हटाना बेहतर है. जो ज्यादातर मूकदर्शक के रूप में मौजूद रहते हैं.
Mailed to Union Home Minister Shri @AmitShah to take immediate action in the interest of the people of Manipur. Home Ministry has to act on priority.
1. It seems the presence of around 60000 central forces in Manipur is not yielding peace, thus it’s better to remove such forces… pic.twitter.com/qyqn5vleqV
— Rajkumar Imo Singh (@imosingh) September 2, 2024
हाल ही में राज्य सरकार और जनता के साथ सहयोग न करने के कारण असम राइफल्स की कुछ यूनिटों को वापस बुला लिया गया है. जिसको लेकर बीजेपी विधायक राजकुमार इमों सिंह कहा, “हम असम राइफल्स की कुछ इकाइयों को हटाने की कार्रवाई से प्रसन्न हैं, जो राज्य सरकार और जनता के साथ सहयोग नहीं कर रही थीं, लेकिन अगर इन और अन्य केंद्रीय बलों की मौजूदगी हिंसा को नहीं रोक सकती है, तो उन्हें हटाना और राज्य बलों को कमान संभालने और शांति लाने देना बेहतर है.
विधायक राजकुमार इमों सिंह ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को यूनिफाइड कमांड अथॉरिटी ट्रांसफर करने का भी प्रस्ताव रखा है. उन्होंने हिंसा को रोकने में मौजूदा व्यवस्था को अप्रभावी बताते हुए इसकी आलोचना की और तर्क दिया कि शांति बहाल करने के लिए यह ट्रांसफर महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार को यूनिफाइड कमांड को सीएम के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को सौंपना चाहिए और राज्य में शांति और सामान्य स्थिति लाने के लिए कानून द्वारा तय प्रक्रियाओं के अनुसार काम करने देना होगा.
अपने पत्र में राजकुमार इमों सिंह ने केंद्र सरकार से उन उग्रवादी संगठनों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का अनुरोध किया है, जिन्होंने संचालन निलंबन (एसओओ) समझौते के बुनियादी नियमों का उल्लंघन किया है. सिंह ने कहा कि ये समूह राज्य में हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं. उन्होंने शाह से उनके साथ एसओओ समझौते रद्द करने का आग्रह किया.
इसके अलावा, बीजेपी विधायक ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि वह हथियारों और गोला-बारूद की फंडिंग और आपूर्ति की जांच करें. उन्होंने कहा कि, एक मात्र जातीय संघर्ष इतने लंबे समय तक नहीं चलना चाहिए, लेकिन अवैध हथियारों और गोला-बारूद के समर्थन और आपूर्ति के कारण यह लगभग डेढ़ साल से जारी है.