हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कनाडा के एक रेस्टोरेंट में भारतीय छात्रों की लंबी कतार दिखाई दे रही थी. ये छात्र वेटर और सर्विस स्टाफ की नौकरी के लिए घंटों इंतजार कर रहे थे. वहीं, एक और वीडियो सामने आया है, जो अब भारत से है, और यह भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
इस बार मामला कनाडा का नहीं, बल्कि पुणे का है, जहां करीब 3,000 इंजीनियर आईटी कंपनी में नौकरी पाने के लिए कतार में लगे हैं. वीडियो में दिख रही ये लंबी कतार, खुला आसमान, धूप में खड़े परेशान इंजीनियर और एक अदद आईटी सेक्टर की नौकरी की उम्मीद सब कुछ बयान करती है.
भारत में आईटी नौकरी के लिए बढ़ता कम्पिटेशन!
वीडियो देखने के बाद लोग सवाल कर रहे हैं भारत में आईटी नौकरी हासिल करना पहले से कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है. बेरोज़गारी और नौकरी पाने की कठिनाई ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है.
पुणे का मगर्पट्टा इलाका, आईटी कंपनियों का गढ़
बताया जा रहा है कि यह वीडियो पुणे के मगर्पट्टा इलाके का है, जो आईटी कंपनियों का हॉटस्पॉट है. यहां नौकरी की तलाश में 3,000 से अधिक इंजीनियर कतार में खड़े हैं. यह दर्शाता है कि आईटी क्षेत्र में नौकरी पाने के लिए प्रतिस्पर्धा कितनी तेज हो गई है.
देखें पुणे का ये वीडियो
Pune: Viral Video Shows Over 3,000 Engineers Queuing for Walk-In Interview, Highlighting Fierce IT Job Market Competition pic.twitter.com/9Tvng35aKO
— Pune Pulse (@pulse_pune) January 25, 2025
कनाडा का वायरल वीडियो
Scary scenes from Canada as 3000 students (mostly Indian) line up for waiter & servant job after an advertisement by a new restaurant opening in Brampton.
Massive unemployment in Trudeau's Canada? Students leaving India for Canada with rosy dreams need serious introspection! pic.twitter.com/fd7Sm3jlfI
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) October 3, 2024
सोशल मीडिया पर बहस का माहौल
इस वायरल वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर कई सवाल उठ रहे हैं. कुछ यूजर्स का कहना है कि आईटी सेक्टर में नौकरी पाना पहले से कहीं ज्यादा मुश्किल हो गया है, तो वहीं कुछ का मानना है कि भारत के आईटी सेक्टर में उतनी नौकरियां नहीं बन रही हैं. कई लोगों ने इन लंबी कतारों को ‘उत्पीड़न’ करार दिया है और यह सवाल उठाया है कि क्या इस तरह की स्थिति को बदलने का कोई और तरीका नहीं हो सकता. एक यूजर ने तो यह तक कहा कि नौकरी रिज्यूमे के आधार पर मिलनी चाहिए, न कि इस तरह घंटों कतार में खड़े होकर.