शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने पर 25 गुना ज्यादा नफा कमाने की लालच देकर एक महिला के साथ बड़ी ठगी का मामला सामने आया है. अहमदाबाद में रहने वाली 28 साल की महिला द्वारा साइबर क्राइम ब्रांच में दर्ज शिकायत के मुताबिक वह अपने पति के साथ अहमदाबाद में रहती है. महिला के पति मध्य प्रदेश में एक लिकर शॉप चलते हैं. मई 2024 में महिला अपना इंस्टाग्राम अकाउंट चेक कर रही थी जब उसने एक ट्रेडिंग की ऐड को देखकर उस पर क्लिक किया. इसके बाद महिला एक व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड हुई थी. उसमें शिवानी नाम की महिला एडमिन थी. शिवानी के कहने पर पीड़िता ने 25 गुना अधिक नफा कमाने की लालच में 40 लाख रुपये इन्वेस्ट कर दिए.
शिवानी ने महिला को बताया था कि वह प्रोफेसर जाकिर की असिस्टेंट है. शिवानी व्हाट्सएप ग्रुप में स्टॉक मार्केट तथा आईपीओ में इन्वेस्ट कैसे करना है और किस तरह अधिक नफा कमाना इसकी जानकारी शेयर करती थी. ग्रुप को कुछ दिन ऑब्जर्व करने के बाद ग्रुप में अलग-अलग लोगों द्वारा उन्हें हो रहे प्रॉफिट की जानकारी और स्क्रीनशॉट ग्रुप में शेयर किए जाते थे. इसके बाद पीड़िता ने भी ग्रुप में मैसेज करके इन्वेस्टमेंट करने की इच्छा जाहिर की. ग्रुप में महिला को एक टेलीग्राम लिंक भेजी गई . यहां से उसके साथ धोखाधड़ी की शुरुआत हुई थी.
पीड़िता को शिवानी ने एक वेबसाइट की लिंक शेयर करके इन्वेस्टमेंट अकाउंट बनाने के लिए कहा था. भेजी गई लिंक पर क्लिक करने के बाद खुली हुई वेबसाइट में महिला ने नाम, ईमेल आईडी और आपनी कोटक महिंद्रा बैंक की डिटेल सबमिट करके अकाउंट ओपन किया था. उसके बाद एप्लीकेशन में ट्रेड कैसे करना है, रुपए कैसे जमा करने है, इन सब की जानकारी शिवानी को पूछने पर, शिवानी ने महिला को स्क्रीनशॉट भेजकर गाइड किया था.
महिला ने पहली बार कोटक महिंद्रा बैंक अकाउंट से 50000 रुपये इन्वेस्टमेंट के लिए ट्रांसफर किए थे. इसके बाद ग्रुप में कुछ शेयर खरीदने के लिए कहा गया जो उसने खरीद लिए. जिसके बाद इन्वेस्टमेंट एप्लीकेशन सही है या फेक है, यह चेक करने के लिए महिला ने अकाउंट से 1000 रुपये विथड्रॉ किए थे. जिसमें से 30 रुपये सर्विस चार्ज काट कर महिला के अकाउंट में 970 रुपये जमा हुए थे.
ऐसे में पीड़िता को इन्वेस्टमेंट एप्लीकेशन पर भरोसा हो चुका था. उसने पहले 10000 फिर 90000 रुपए इन्वेस्ट किए थे. जिसके बाद कुछ टेक्निकल प्रॉब्लम होने की वजह से एप्लीकेशन नहीं चल रही थी तो महिला ने शिवानी को बताया तो उसने महिला को एक दूसरी लिंक भेजी थी.
शिवानी द्वारा भेजी गई दूसरी लिंक पर महिला ने इन्वेस्टमेंट करना जारी रखा था. इन्वेस्टमेंट की हुई रकम से 25 गुना अधिक प्रॉफिट की रकम पीड़िका के अकाउंट में शो भी कर रही थी. महिला ने जो भी रकम इन्वेस्ट की थी उसमें प्रॉफिट मिलाकर 26 लाख से अधिक अमाउंट अकाउंट में शो हो रहा था. महिला ने यह अमाउंट विथड्रॉ करने का प्रयास किया तो उसे 10% प्रॉफिट चार्ज भरने के लिए कहा गया था.
जिसके बाद 24 जून 2024 के दिन एप्लीकेशन पर प्रॉफिट के साथ अमाउंट 15 करोड़ रुपये दिखाई देने लगा. महिला ने अमाउंट विथड्रॉ करने के लिए पूछा तो फिर उसे 5 लाख रुपये जमा करने के लिए कहा गया था. महिला को एसबीआई बैंक की डिटेल भेजी गई थी. जिसके बाद महिला को शंका हुई कि उसके साथ इन्वेस्टमेंट के नाम पर धोखाधड़ी हो रही है. महिला यह जब तक समझ पाती तब तक साइबर ठगों द्वारा महिला से 39 लाख 97 हज़ार 022 रुपए का फ्रॉड हो चुका था.