कांकेर में इलाज के दौरान महिला की मौत: मेडिकल संचालक के इंजेक्शन के बाद 10 मिनट में बिगड़ी हालत…

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में गलत इंजेक्शन लगने से एक महिला की मौत हो गई। कापसी में बस्तर मेडिकल स्टोर का संचालक जगदीश विश्वास बिना डॉक्टरी डिग्री के ही मरीजों का इलाज करता था। उसने मालती डाकुआ (34) का खून टेस्ट किया और टाइफाइड बताया। इसके बाद महिला को इंजेक्शन लगा दिया।

Advertisement

मामला पखांजूर थाना क्षेत्र का है। इंजेक्शन लगने के 10 मिनट बाद ही मालती की हालत बिगड़ने लगी। उसके मुंह से झाग बाहर आया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की जानकारी मिलते ही दुकान बंद कर आरोपी मेडिकल संचालक मौके से फरार हो गया।

जानकारी के मुताबिक, जांच में यह भी पता चला कि आरोपी मेडिकल स्टोर की आड़ में अवैध रूप से लैब भी चला रहा था। पिछले 10 सालों से वह झोलाछाप डॉक्टरी कर रहा है। वहीं, 50 हजार की आबादी वाले गांव में एक भी MBBS डॉक्टर नहीं है।

दस मिनट में हुई बेसुध, अस्पताल पहुंचने तक मौत

मालती पिछले 3 दिनों से बुखार से पीड़ित थी। सोमवार को वह अपने दामाद वरूण सिकदार के साथ बस्तर मेडिकल स्टोर पहुंची। इंजेक्शन लगने के महज 8-10 मिनट बाद ही महिला की तबीयत बिगड़ने लगी।

वह मेडिकल स्टोर में ही बैठे-बैठे बेसुध हो गई। परिजन उसे पखांजूर के निजी अस्पताल ले आए। यहां डॉक्टरों ने महिला की जांच की और उसे मृत घोषित कर दिया।

मेडिकल स्टोर का लाइसेंस भी दूसरे के नाम पर

परिजनों ने मेडिकल स्टोर संचालक पर महिला के गलत इलाज का आरोप लगाया है। उनका कहना है वह मेडिकल स्टोर की आड़ में पिछले 10 सालों से वह लैब भी चला रहा है।

इसका संचालन भी गलत तरीके से करता है। जिसके नाम से लाइसेंस है, वह कभी दुकान नहीं आता। बल्कि आरोपी जगदीश विश्वास दुकान को चलाता है जबकि उसके पास लाइसेंस नहीं है।

50 हजार आबादी है, पर MBBS डॉक्टर नहीं

कापसी क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा स्थिति ठीक नहीं है। आसपास 30 से अधिक गांव हैं और आबादी 50 हजार से अधिक है। पूरे इलाके में एमबीबीएस डॉक्टर नहीं है। कापसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एमबीबीएस डॉक्टर नहीं होने से ग्रामीण झोलाछाप डाक्टरों के भरोसे हैं।

8 माह पहले यहां पदस्थ एमबीबीएस डॉक्टर मुकेश नाग को कोयलीबेड़ा भेज दिया गया। इसके बाद से कापसी में एमबीबीएस डॉक्टर का पद खाली पड़ा है। यहां हर गांव में झोलाछाप डॉक्टर इलाज करते है।

अवैध मेडिकल बंद और दोषी पर हो कार्रवाई

ग्राम पंचायत प्रेमनगर सरपंच रमेन मंडल ने कहा झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करते अवैध मेडिकल स्टोर को बंद कराया जाए। जब तक कापसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर पदस्थ नहीं होंगे तब तक झोलाछाप डॉक्टर इलाके के ग्रामीणों की जान के साथ खिलवाड़ करते रहेंगे।

पखांजूर थाना प्रभारी लक्ष्मण केंवट ने बताया कि इस घटना के बाद संचालक फरार है उसने दूसरे दिन भी उसने अपनी दुकान नहीं खोली। घटना के बाद से संचालक का मोबाइल भी बंद है। फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।

फोरेंसिक रिपोर्ट के बाद होगी कार्रवाई

फोरेंसिक लैब पखांजूर बीएमओ डॉ. दिलीप सिन्हा ने बताया शव परीक्षण के बाद महिला का बिसरा सुरक्षित रख परीक्षण के लिए फोरेंसिक लैब भेजा जा रहा है। झोलाछाप डॉक्टरों पर प्रशासनिक अधिकारी ही कार्रवाई कर सकते हैं।

Advertisements