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दो साल से पाकिस्तान की जेल में बंद महिला वापस आएगी भारत, जानें क्या है पूरा मामला

नागांव: असम के नागांव की एक महिला इन दिनों काफी चर्चा में है. यह महिला इसलिए चर्चा में है, क्योंकि आज ही के दिन भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक स्तर पर एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम हो रहा है और वह इस घटनाक्रम के केंद्र में है. 29 मई यानी बुधवार को पड़ोसी देश पाकिस्तान ने वाघा बॉर्डर के जरिए पांच भारतीय कैदियों को वापस भेजने का फैसला किया है.

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पाकिस्तान द्वारा रिहा किए जाने वाले पांच लोगों में नागांव के बारबाजार की वहीदा बेगम और उसका 11 वर्षीय बेटा फैज खान भी शामिल है. दोनों मां-बेटे नवंबर 2022 से पाकिस्तान की क्वेटा जेल में अपने दिन बिता रहे हैं. हालांकि, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि वे बिना किसी पासपोर्ट और वीजा के अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा के पास स्थित क्वेटा कैसे पहुंचे.

मामले की बात करें तो वहीदा बेगम नागांव के डिमोरुगुरी पॉली रोड की रहने वाली थीं. उनकी शादी नागांव शहर के बीचों-बीच स्थित बारबाजार के मोहसिन खान से हुई थी. वहीदा बेगम के पति मोहसिन खान की पांच साल पहले बेटे फैज के जन्म के बाद बीमारी से मौत हो गई थी.

पति की मौत के तुरंत बाद सलीम खान नाम के काबुलीवाले ने कथित तौर पर वहीदा बेगम के साथ संबंध बना लिए. सलीम खान का नागांव के बड़ाबाजार स्थित इस घर में अक्सर आना-जाना था. प्रेसेनजीत दत्ता नाम के एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि बारबाजार में वहीदा बेगम के घर का एक हिस्सा प्रसेनजीत दत्त को बेचा गया था, जबकि उनके पति मोहसिन जीवित थे.

प्रसेनजीत दत्ता के अनुसार, कुल 1.6 करोड़ रुपये में बिक्री समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद वहीदा बेगम ने 1 नवंबर 2022 को उनसे 60 लाख रुपये लिए थे. हालांकि, 1 नवंबर को दत्ता से पैसे लेने के बाद से वहीदा ने उनसे कोई संपर्क नहीं किया और उसके बाद से उनका कोई पता नहीं चला.

उसके लापता होने के बाद उसकी मां अजीफा खातून ने नागांव पुलिस से संपर्क किया और थाने में शिकायत दर्ज कराई. शिकायत के अनुसार, वहीदा ने 30 नवंबर को पाकिस्तान से व्हाट्सएप कॉल के जरिए अपनी मां को बताया कि वह पाकिस्तानी जेल में बंद है.

वहीदा की मां ने अपनी बेटी की सुरक्षा के लिए दिल्ली के वकील संतोष सुमन से संपर्क किया. वकील संतोष सुमन के माध्यम से राष्ट्रपति और विदेश मंत्रालय को पत्र भेजा गया. किसी भी विभाग से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद वकील संतोष सुमन ने दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया.

उल्लेखनीय बात यह है कि वहीदा बेगम अपने बच्चों के साथ काबुलीवाला सलीम खान के साथ अफगानिस्तान भाग गई थी, जिसका जिक्र वहीदा की मां ने एफआईआर में किया है. माना जाता है कि काबुलीवाला सलीम खान ने पाकिस्तानी सेना को पैसे देकर अपना काम चलाने की कोशिश की थी और तभी पाकिस्तानी सेना ने सलीम के साथ-साथ वहीदा बेगम को भी गिरफ्तार कर लिया था.

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