जबलपुर में अपराधियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. हाल ही में जबलपुर के लार्डगंज थाना क्षेत्र में सब्जी मंडी के पास हुई घटना ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यहां अपराधी इतने बेखौफ हो गए हैं कि जेल प्रहरी के घर पर ही पेट्रोल बम से हमला कर दिया. पूरी घटना घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है. जिसमें दो हमलावरों को एक बाइक पर सवार होकर आते और हमला करके भागते हुए देखा जा सकता है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
बीच शहर में हुई इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी है. यह पहला मौका नहीं है जब जेल प्रहरी और उसके परिवार को निशाना बनाया गया है. पिछले तीन सालों में चार बार उनके घर और परिवार पर जानलेवा हमला हो चुका है. पीड़ित परिवार ने इन हमलों की शिकायत थाने में दर्ज कराई है. हालांकि आरोपियों पर अभी तक कोई कठोर कार्रवाई नहीं हुई है. परिजनों ने लार्डगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले अंश पाठक और उसके साथियों पर हमला करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए शिकायत दर्ज की और पूरे मामले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
पहले भी हो चुके हमले
परिजनों का कहना है कि पिछले हमलों की तरह इस बार भी अपराधियों में पुलिस के प्रति कोई खौफ नहीं दिख रहा है. पिछली बार अपराधियों के द्वारा घर के बाहर खड़ी दो गाड़ियों में पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई थी. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो शायद इस प्रकार की घटनाएं ना होती. बार-बार हो रहे हमलों ने न केवल पीड़ित परिवार को, बल्कि पूरे क्षेत्र के लोगों को चिंता में डाल दिया है. लोगों का विश्वास कानून व्यवस्था पर से उठता जा रहा है. इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं और उन्हें कानून का कोई भय नहीं है.
पुलिस ने किया गिरफ्तार
वही पूरे मामले में नगर पुलिस अधीक्षक रितेश शिव का कहना है कि रानू अग्रवाल के द्वारा पुलिस थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई गई थी. जिसे गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले की जांच की गई तो सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तीन आरोपियों की पहचान हुई. जिसमें राजवीर ठाकुर, पवन बर्मन और अंश पाठक को गिरफ्तार किया गया है. जांच में पाया गया है कि अंश पाठक और रानू अग्रवाल का पुराना विवाद है. जिसको लेकर आरोपियों द्वारा वारदात को अंजाम दिया गया.