आगरा से पुणे (Agra to Pune) जा रही एक महिला को गोवा एक्सप्रेस (Goa Express) में हार्ट अटैक (Heart Attack) आ गया. आसपास बैठे यात्रियों ने इसकी सूचना ट्रेन में चल रहे TT को दी. उन्होंने इसकी सूचना उस समय पास आ रही ग्वालियर स्टेशन (Gwalior Station) प्रबंधन को दी. बीमार महिला के पति स्टेशन पर डेढ़ घंटे एम्बुलेंस (Ambulance) का इंतज़ार करते रहे, लेकिन जब वह नहीं आई तो वे निजी एम्बुलेंस से लेकर अस्पताल पहुंचे. तब तक बहुत देर हो चुकी थी और महिला की मौत हो गई. यह पहला मामला नहीं है जब एम्बुलेंस की देरी से यात्री की मौत हुई हो. एक साल में यह अपने जैसा तीसरा मामला है.
पूरी घटना बुधवार, 21 अगस्त देर रात की है. बताया गया एक महिला यात्री (66 साल) विजया भारती अपने पति के साथ आगरा से पुणे के लिए A1 कोच के 7 नंबर सीट पर बैठी थी. मुरैना स्टेशन निकलते ही उन्हें सीने में तेज दर्द शुरू हुआ. उनकी तबीयत जब ज्यादा बिगड़ने लगी, तो पति राजवीर सिंह और अन्य यात्रियों ने इसकी सूचना टीटी और अन्य ट्रेन स्टाफ को दी. स्टाफ ने भी तत्काल वायरलेस से ग्वालियर स्टेशन के डिप्टी एसएस को अवगत कराया. ट्रेन ग्वालियर स्टेशन पर रुकी तो स्टाफ ने फटाफट बीमार महिला को स्टेशन पर उतारा और इससे पहले ही डिप्टी एसएस दिनेश सिंह सिकरवार ने 108 पर कई बार कॉल किया.
जब 108 नंबर पर कॉल किया गया, तो वहां से सिर्फ यह कहा जाता रहा कि धैर्य बनाये रखें. बात कराई जा रही है. लेकिन, लगभग 40 मिनट बीतने के बाद भी जब एम्बुलेंस नहीं आई और महिला की बिगड़ती हालत को देखते हुए प्राइवेट एम्बुलेंस बुलवाकर उन्हें अस्पताल रवाना किया गया. समय ज्यादा बीत जाने के कारण महिला की अस्पताल पहुंचते ही मौत हो गई. खास बात ये कि सरकारी एम्बुलेंस महिला की मौत के बाद स्टेशन पर पहुंची.