6 घंटे जाम में फंसी रही महिला, रैपिडो ड्राइवर ने बिना शिकायत पहुंचाया घर

गुड़गांव में सोमवार को हुई भारी बारिश से पूरे शहर में जलभराव और लंबा ट्रैफिक जाम लग गया. दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे पर लोग कई घंटों तक फंसे रहे. इस दौरान रैपिडो ड्राइवर सूरज मौर्य ने सामाजिक कार्यकर्ता दीपिका नारायण भारद्वाज को बिना शिकायत किए 6 घंटे से ज्यादा समय तक जाम में फंसे रहने के बावजूद सुरक्षित घर पहुंचाया. दीपिका ने एक्स (Twitter) पर उनके लिए धन्यवाद पोस्ट शेयर किया और उनकी मेहनत की तारीफ की.

वीडियो शेयर कर किया धन्यवाद
दीपिका नारायण भारद्वाज भी उन लोगों में शामिल थीं जो घंटों ट्रैफिक में फंसे रहे. उन्होंने अपने रैपिडो ड्राइवर सूरज मौर्य का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वो पानी से भरी सड़कों पर बाइक चलाते दिखे. दीपिका ने बताया कि ड्राइवर ने उन्हें घर तक पहुंचाने में छह घंटे से ज़्यादा लगाए, लेकिन एक बार भी शिकायत नहीं की. गंतव्य पर पहुंचने के बाद उन्होंने बस इतना कहा – “मैडम, आप जितना चाहें, अतिरिक्त दे दीजिएगा.” दीपिका ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वह ड्राइवर की धैर्य और मदद के लिए दिल से शुक्रगुजार हैं. उन्होंने ड्राइवर को ‘Absolute Gem’ कहा.

सोशल मीडिया पर रील वायरल
गुड़गांव में रैपिडो ड्राइवर की ईमानदारी और मदद ने सोशल मीडिया पर लोगों का दिल जीत लिया कई लोगों ने कहा कि यह नकारात्मक खबरों के बीच सकारात्मकता की एक मिसाल है. भारी बारिश और ट्रैफिक जाम को देखते हुए, गुड़गांव प्रशासन ने लोगों को घर से काम करने की सलाह दी है. जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि सोमवार दोपहर 3 से 7 बजे के बीच शहर में 100 मिमी से ज्यादा बारिश हुई. मौसम विभाग ने मंगलवार (02-09-2025) को भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.  इसी वजह से सभी कंपनियों से कहा गया है कि वे अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम दें और स्कूलों से कहा गया है कि वे ऑनलाइन क्लासेस कराएं.

हरियाणा में भारी बारिश का अलर्ट
हरियाणा में लगातार बारिश से यमुना और दूसरी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. इसी वजह से यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज के गेट खोलने पड़े. खतरे को देखते हुए कुछ जगहों पर मंगलवार को स्कूल बंद कर दिए गए हैं. मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 24 से 36 घंटे तक हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. रविवार से ही इन राज्यों में मॉनसून तेज़ बना हुआ है. पंजाब के कई जिले भी बाढ़ से प्रभावित हैं क्योंकि हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में ज्यादा बारिश होने से सतलुज, ब्यास, रावी और कई छोटी नदियां उफान पर हैं.

Advertisements
Advertisement