महिला का हाथ उखाड़ा, कमिश्नर ऑफिस के प्यून को कुचला:बलरामपुर में हाथी के हमले से 2 की मौत

छत्तीसगढ़ में हाथियों का उत्पात नहीं थम रहा है। बलरामपुर जिले में दंतैल हाथी के हमले से 2 लोगों की मौत हो गई। इसमें एक महिला और कमिश्नर ऑफिस का प्यून है। हाथी ने सोमवार की शाम हमला करते हुए महिला का हाथ उखाड़ दिया था। वहीं तड़के सुबह प्यून को कुचल दिया।

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2 लोगों की मौत से भड़के ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। छतवा में डिप्टी रेंजर ऑफिस के सामने चक्काजाम कर सुरक्षा बढ़ाने की मांग की गई। पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों की समझाइश के बाद चक्काजाम खत्म हुआ।

हाथियों के दल से अलग होकर दंतैल का उत्पात

 

जानकारी के मुताबिक, रामचंद्रपुर क्षेत्र में विचरण कर रहे 10 हाथियों के दल से एक दंतैल अलग हुआ था। दंतैल हाथी सोमवार शाम 7 बजे फुलवार गांव पहुंच गया। हाथी ने गेंहू के खेत में पत्नी के साथ काम कर रहे उस्मान अंसारी (50 साल) पर हमला कर दिया।

हाथी को पति पर हमला करते हुए देख उसकी पत्नी अस्मीना अंसारी (45 साल) हाथी से भिड़ गई। हाथी ने अस्मीना का बायां हाथ उखाड़ दिया। महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। उस्मान का शोर सुनकर ग्रामीण पहुंचे और दोनों घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया।

अंबिकापुर हॉस्पिटल में महिला की मौत

 

रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से दोनों को अंबिकापुर रेफर कर दिया। दोनों को अंबिकापुर के मिशन हॉस्पिटल में दाखिल कराया। मिशन हॉस्पिटल में इलाज के दौरान अस्मीना अंसारी की मौत हो गई। वहीं पति उस्मान का उपचार किया जा रहा है।

 

दूसरा मामला- प्यून को कुचलकर मार डाला

फुलवार से निकलकर हाथी देर रात रामपुर पहुंच गया। रामपुर में तड़के करीब 3 बजे महुआ बिनने गए दुर्गा प्रसाद (48 साल) को कुचल दिया। दुर्गा प्रसाद राजपुर ब्लॉक के जिगड़ी बासने का रहने वाला था। वह अंबिकापुर कमिश्नर ऑफिस में चपरासी था।

दुर्गा प्रसाद की जमीन रामपुर में है। वह पत्नी और बच्चों के साथ रामपुर आया था और तड़के ही महुआ बिनने के लिए खेत में गया हुआ था। दंतैल हाथी रात को पास पहुंचा तो दुर्गा प्रसाद को पता नहीं चला।

ग्रामीणों ने किया चक्काजाम

हाथी के हमले में 2 लोगों की मौत से ग्रामीण भड़क गए। डिप्टी रेंजर कार्यालय के सामने पहुंचकर नारेबाजी की। उनका कहना है कि, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सूचना दिए जाने के बाद भी वन विभाग की टीम रात को मौके पर नहीं पहुंची।

साथ ही आरोप लगाया कि, हाथियों की निगरानी नहीं की जा रही है। हाथियों के पहुंचने की पहले से सूचना भी नहीं दी जा रही है। चक्काजाम की सूचना पर रेंजर संतोष पांडेय और SDOP बाजीलाल सिंह की टीम मौके पर पहुंची। समझाइश के बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम समाप्त किया।

 

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